राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सदस्य और राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने कहा कि भले ही एनटीसीए ने संभावित बाघ अभयारण्यों के रूप में कुंभलगढ़ और टोडगढ़ वन्यजीव अभयारण्यों की व्यवहार्यता आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। राजस्थान सरकार ने लिया है। वह केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई एनटीसीए की बैठक में बोल रही थीं।
दीया कुमारी ने कहा कि 10 नवंबर 2021 को एनटीसीए ने राज्य सरकार को कार्रवाई के लिए व्यवहार्यता आकलन रिपोर्ट भेजी थी, ताकि कुंभलगढ़ और टोडगढ़ अभयारण्यों को बाघ अभयारण्य घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो सके। उन्होंने राजस्थान के मुख्य वन्यजीव वार्डन, अरिंदम तोमर, जो एनटीसीए की बैठक में मौजूद थे, से व्यवहार्यता रिपोर्ट की मंजूरी में तेजी लाने के लिए कहा।
बैठक बुधवार को दिल्ली में हुई, जिसमें दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पर्यावरण राज्यमंत्री हेमाराम चौधरी से व्यवहार्यता रिपोर्ट पर आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया, ताकि वन्यजीव अभयारण्यों को बाघ अभयारण्य घोषित किया जा सके। इससे पर्यटन और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह रिपोर्ट की मंजूरी के संबंध में राज्य सरकार के साथ सक्रिय रूप से संपर्क करेंगी। सांसद ने देश में वन्यजीव अभयारण्यों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर भी सुझाव दिए।
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Source : IANS