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ग्रीन पटाखे( Photo Credit : फाइल फोटो)
दिवाली में अब बस कुछ ही समय बाकी रह गया है. ऐसे में दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए ग्रीन पटाखों को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाने का दौर भी शुरू हो गया है. इस बीच सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें ग्रीन पटाखों कोलेकर उड़ती अफवाहों और उसकी सच्चाई के बारे में बताया गया है.
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इस वीडियो में सबसे पहले बात की गई है रोशनी की. इसके मुताबिक बताया जाता है कि ग्रीन पटाखों में कम रोशनी होती है जबकि सच्चाई ये है कि ग्रीन पटाखों के जलने पर आम पटाखों की तरह ही रोशनी होती है. इसके अलावा इस वीडियो में बात की गई है पटाखों से होने वाली आवाज की. इसके मुताबिक बताया जाता है कि ग्रीन पटाखों को जलाने से आम पटाखों के मुकाबले कम आवाज होती है लेकिन असल में ऐसा नहीं है. ग्रीन पटाखों से भी आम पटाखों की तरह आवाज होती है.
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Myth About Green Crackers#SayNoToCrackers#StandWithCPCBpic.twitter.com/PeLYl7eIEK
— Central Pollution Control Board (@CPCB_OFFICIAL) October 21, 2019
बताया ये भी जाता है कि आम पटाखों के मुकाबले ग्रीम पटाखे ज्यादा महंगे होते है लेकिन असल में ऐसा नहीं है. दोनों में थोड़ा फर्क ही होता है. इस वीडियो में प्रदूषण को लेकर भी बात की गई है. दरअसल बताया जाता है कि ग्रीन पटाखों को जलाने से प्रदूषण बिल्कुल नहीं फैलता, जबकि ऐसा नहीं है. ग्रीन पटाखों को जलाने से भी प्रदूषण फैलता है लेकिन आम पटाखों के मुकाबले 30 फीसदी कम.