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क्या दिव्या स्पंदना ने छोड़ दी कांग्रेस... अफवाहों का बाजार गर्म

इसका सबब बना है दिव्या का टि्वटर अकाउंट. उनके टि्वटर हैंडल से ना तो कोई ट्वीट आई है और अब तो उनका सोशल मीडिया प्रमुख का परिचय भी टि्वटर पर दिखना बंद हो गया है.

Updated on: 02 Jun 2019, 10:46 AM

highlights

  • दिव्या स्पंदना का टि्वटर अकाउंट न दखने से अफवाहों का बाजार गर्म.
  • लग रही हैं उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें. फिलहाल कोई पुष्टि नहीं.
  • दिव्या ने कांग्रेस को सोशल मीडिया पर दिलाई है बड़ी उपस्थिति.

नई दिल्ली.:

बीजेपी के सोशल मीडिया विंग को कड़ी टक्कर देने वाली कांग्रेस की सोशल मीडिया विंग की प्रमुख दिव्या स्पंदना को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है. उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लग रही हैं. इसका सबब बना है दिव्या का टि्वटर अकाउंट. उनके टि्वटर हैंडल से ना तो कोई ट्वीट आई है और अब तो उनका सोशल मीडिया प्रमुख का परिचय भी टि्वटर पर दिखना बंद हो गया है. इससे राजनीतिक गलियारों समेत उनके फॉलोअर्स में चर्चा तेज है कि दिव्या कांग्रेस का हिस्सा हैं भी या नहीं.

नहीं हो रही पुष्टि या खंडन
इन अटकलों के बीच कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. साथ ही स्पंदना की तरफ से भी इस मामले में कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि स्पंदना अब टीम की हिस्सा नहीं रही हैं, लेकिन जब एएनआई ने स्पंदना से संपर्क किया तो उन्होंने इस सूचना को खारिज कर दिया और कहा कि 'आपका सूत्र गलत' है.

सोशल मीडिया पर कांग्रेस का बड़ा चेहरा हैं स्पंदना
दूसरी तरफ कांग्रेस के मीडिया विभाग ने भी स्पंदना के ट्विटर अकाउंट को डिलीट किए जाने के संबंध में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है. स्पंदना को कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया पर बड़ी उपस्थिति दर्ज कराने का श्रेय दिया जाता है, क्योंकि बीजेपी ऑनलाइन मंचों पर मजबूत है और कांग्रेस को सोशल मीडिया पर मजबूती से खड़ा करने के लिए स्पंदना को योगदान माना जाता है.

अगर कांग्रेस से दिव्या गई, तो होगा बड़ा झटका
बहरहाल, लोकसभा चुनाव 2019 में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में कुछ भी हो सकता है वाली स्थितियां चल रही हैं. एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर विचार-विमर्श का दौर चल रहा है, तो दूसरी तरफ जबर्दस्त चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने टेलीविजन पर होने वाली बहसों में अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक नहीं भेजने का फैसला किया है. ऐसे में अगर दिव्या स्पंदना को लेकर कयास सच साबित होते हैं, तो कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका होगा.