दक्षिण कोरिया में चार महीने बाद विदेशी मुद्रा जमा राशि बढ़ी
तेजस्वी को सीएम बनाने का लालू यादव का सपना मुंगेरीलाल की तरह ढह जाएगा : गिरिराज सिंह
लालू यादव जब तक धरती पर रहेंगे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे : मंगनी लाल मंडल
डिटेक्टिव, ड्रीमर, देसी स्टाइल आइकन, दिलजीत दोसांझ के किरदार जो चिल्ला-चिल्ला कर बोले – 'मैं हूँ अलग'
घर में है बेटी तो सोचने पर मजबूर करेगा ये वीडियो, तेजी से हो रहा है वायरल
कटोरे में करनी पड़ी पेशाब, हंसने की नहीं थी इजाजत, रणदीप हुड्डा के लिए मणिपुर में शादी करना नहीं था आसान
जब ये एक्टर पत्नी और बच्चों को छोड़ कर बैठा था एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, अब तक नफरत करता है बेटा
गुजरात में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट, गांधीनगर से वडोदरा तक जमकर बरसेंगे मेघ
'मालिक' के लिए राजकुमार राव ने तीन महीने तक बढ़ाई दाढ़ी : निर्देशक पुलकित

भ्रष्ट कर्मचारियों की अब खैर नहीं, सीवीसी ने कानूनी के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की

केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के खिलाफ अदालत में चल रहे मामले के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।

केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के खिलाफ अदालत में चल रहे मामले के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
भ्रष्ट कर्मचारियों की अब खैर नहीं, सीवीसी ने कानूनी के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की

केंद्रीय सतर्कता आयोग (फाइल फोटो)

केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के खिलाफ अदालत में चल रहे मामले के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। मामले की जांच पड़ताल के दौरान आयोग को पता चला कि विभागों या संगठनों की ओर से अभियोजन की कार्यवाही और विभागीय कार्रवाई साथ साथ चलाया जाना इस आधार पर अनावश्यक रूप से विलंबित किया जाता है कि मामला अदालत में लंबित है।

Advertisment

आयोग ने बैंकों, बीमा कंपनियों और अन्य केंद्रीय सरकारी संगठनों को हाल में जारी निर्देश में कहा, 'अनुशासनात्मक मामलों को अंतिम रूप देने में ऐसा रूख गंभीर चिंता का विषय हैं और साथ ही यह सही रूख नहीं है।’

सीवीसी ने कहा कि किसी भी संगठन के अनुशासनात्मक प्राधिकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपराधिक सुनवायी का सामना कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ साथ साथ विभागीय कार्रवाई भी की जाए। सीवीसी ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का उल्लेख करते हुए कहा, ‘आपराधिक और विभागीय कार्रवाई साथ साथ करने में कोई रोक नहीं है।

उसने कहा कि सक्षम प्राधिकार द्वारा इस बारे में राय उसी समय बनायी जानी चाहिए जब अभियोजन के लिए मंजूरी के अनुरोध पर विचार किया जाता है। सीवीसी ने कहा, ‘आयोग सभी संबंधित प्रशासनिक प्राधिकारियों को सलाह देता है कि ऐसे मामलों जिनमें आपराधिक अभियोजन के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करना उचित है, अनुशासनात्कक कार्रवाई साथ ही में शुरू की जानी चाहिए।’

Source : News Nation Bureau

banks central vigilance commission Supreme Court
      
Advertisment