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बंगाल उप-चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगी सीधी टक्कर!

पश्चिम बंगाल की उलूबेरिया लोकसभा सीट और नोआपोरा विधानसभा सीट पर कल होने वाले उप-चुनाव में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच सीधी और कड़ी टक्कर की संभावना जताई जा रही है।

Updated on: 28 Jan 2018, 02:02 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में होने वाले उप-चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है
  • बंगाल की उलूबेरिया लोकसभा सीट और नोआपोरा विधानसभा सीट पर कल उप-चुनाव होना है

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की उलूबेरिया लोकसभा सीट और नोआपोरा विधानसभा सीट पर कल होने वाले उप-चुनाव में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच सीधी और कड़ी टक्कर की संभावना जताई जा रही है।

बंगाल चुनाव में यह स्थिति इस लिहाज से अहम है क्योंकि यहां अभी तक तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी दलों के सीधी टक्कर होती रही है।

हालांकि इस उप-चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) वापसी की कोशिश कर रही है।

बंगाल, वामपंथ के गढ़ में शुमार किया जाता रहा है, लेकिन यहां पिछले दो विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में उसकी स्थिति लगातार कमजोर हुई है।

उप-चुनाव के नतीजे 1 फरवरी को आएंगे। पूर्व तृणमूल सांसद सुल्तान अहमद की निधन की वजह से उलूबेरिया सीट पर जहां उप-चुनाव हो रहा है वहीं नोआपोरा विधानसभा सीट पर कांग्रेसी विधायक मधुसूदन घोष की मौत की वजह से उ-चुनाव हो रहा है।

उलूबेरिया सीट पर 2009 से तृणमूल कांग्रेस का कब्जा रहा है। पार्टी ने इस सीट से सुल्तान अहमद की पत्नी सजदा को अपना उम्मीदवार बनाया है वहीं सीपीएम ने इस सीट से सबीरुद्दीन मुल्ला जबकि कांग्रेस ने एस के मदसर हुसैन को उम्मीदवार बनाया है।

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इस सीट पर बीजेपी एकमात्र वैसी पार्टी है, जिसने हिंदू उम्मीदवार को टिकट दी है। पार्टी ने अनुपम मलिक को अपना उम्मीदवार बनाया है।

नोआपोरा विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस ने सुनील सिंह को उम्मीदवार बनाया है जबकि सीपीएम ने गार्गी चटर्जी को टिकट दिया है। कांग्रेस ने जहां गौतम बोस को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने संदीप बनर्जी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

उलूबेरिया लोकसभा क्षेत्र में मुसलमानों की आबादी करीब 40 फीसदी है। धौलागढ़ में हुए सांप्रदायिक झड़प के बाद आरएसएस और बीजेपी इस क्षेत्र में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

पिछली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को इस सीट पर 48 फीसदी मत मिले थे जबकि सीपीएम और कांग्रेस को क्रमश: 31 फीसदी और 5.71 फीसदी मत मिले थे।

वहीं बीजेपी को अप्रत्याशित रूप से इस सीट पर 11.5 फीसदी वोट मिला था।

नोआपोरा विधानसभा सीट पर जहां 2016 के चुनाव में सीपीएम और वाम गठबंधन को 79,548 मत मिले थे। वहीं टीएमसी को इस सीट पर 78,453 मत मिले थे जबकि बीजेपी के खाते में 23,579 वोट पड़े थे।

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