भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा कि आज एकता, ताकत और संघर्ष ही लोकतंत्र को बचा सकती है, इसके लिए उन्होंने लोगों को एक साथ आने की अपील की।
पटना में 16 फरवरी से पार्टी के होने वाले 11 वां महाधिवेशन के एक दिन पहले राजधानी के गांधी मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि आज जब संसद में अडानी समूह को लेकर प्रश्न पूछा जाता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राशन दिया, उज्जवला दिया और पक्का मकान दिया है कि बात करने लगते हैं। ऐसा लगता है कि वे कुछ सुविधा दे दिए हैं और लोग चुप रहें।
भट्टाचार्य ने इसे राजशाही बताते हुए कहा कि देश में राजशाही नहीं चलने वाली है और लोकशाही यहां की जनता लेकर रहेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए लोकतंत्र सबसे जरूरी है। लड़ने के लिए लोकतंत्र सबसे जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पूंजीपतियों की सरकार है और लोकतंत्र को बर्बाद करना चाहती है।
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि इस महाधिवेशन में ना सिर्फ देश के नेता जुड़ रहे हैं, बल्कि विदेशों से भी डिलीगेट्स शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार की राजधानी पटना में जुटी यह भीड़ पूरे देश को संदेश दे रही है कि संविधान पर हमला करने वाली और नफरत की राजनीति करने वाली ताकतों के खिलाफ आवाज उठ चुकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अगर चुनाव के लिए हर समय तैयार रहती है तो वामपंथी दलों को भी रहना होगा। विपक्षी एकता के लिए वामपंथी दलों की कार्ययोजना इस तरह तैयार करनी होगी कि आगामी चुनाव में देश से नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जा सके।
दीपंकर ने कहा कि रैली के बाद 16 से 20 फरवरी तक पटना में पार्टी का महाधिवेशन होगा, जिसमें विपक्षी और वामपंथी एकता के लिए बात कर कार्ययोजना तैयार की जाएगाी।
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Source : IANS