logo-image

अखिलेश के मुफ्त बिजली के वादे पर बोले धर्मेंद्र प्रधान, लाल टोपी वालों को इस बार भी लगेगा झटका

अखिलेश के मुफ्त बिजली के वादे पर बोले धर्मेंद्र प्रधान, लाल टोपी वालों को इस बार भी लगेगा झटका

Updated on: 03 Jan 2022, 09:30 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने के अखिलेश यादव के वादे पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि गुंडाराज फ्री देने वाले अब बिजली फ्री देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि लाल टोपी वालों को इस बार भी जोर का झटका लगने वाला है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के चुनावी घमासान में भाजपा को सत्ता से बाहर करने की कोशिश में जुटे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा दांव खेलते हुए प्रदेश में सरकार बनने पर जनता को 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने का एलान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सपा सरकार बनने पर सिंचाई के लिए किसानों को भी मुफ्त बिजली देने का वादा किया है।

सपा सुप्रीमो के इसी वादे पर कटाक्ष करते हुए उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर लिखा, चालीस साल कांग्रेस सत्ता में रही, बसपा रही, तीन तीन बार सपा ने शासन किया, अखिलेश जी खुद पांच साल मुख्यमंत्री रहे। क्यों नहीं बिजली फ्री कर दी ?

उन्होंने सपा सरकार के कार्यकाल में बिजली देने में भी भेदभाव का आरोप लगाते हुए आगे अपने ट्वीट में लिखा, जब सत्ता में रहे तो आजम खान के रामपुर और खुद के गांव सैफई के अलावा पूरे प्रदेश में बिजली की हालत आई नहीं कि गयी वाली थी।

उत्तर प्रदेश में प्रभारी के तौर पर भाजपा के चुनावी अभियान की कमान संभालने वाले धर्मेंद्र प्रधान ने सपा सरकार के दौर में गुंडाराज का आरोप लगाते हुए अयोध्या में कारसेवकों पर चलाई गई गोली को लेकर भी जमकर निशाना साधा।

प्रधान ने अपने अगले ट्वीट में कहा, गुंडाराज फ्री देने वाले अब बिजली फ्री देने की बात कर रहे हैं। अब तो अखिलेश जी राम मंदिर बनाने के भी दावे कर रहे हैं जबकि सबको पता है कि रामभक्तों पर गोली सपा ने ही चलवाई थी। झूठ का ढोल पीटने वालों की विश्वसनीयता शून्य है। लाल टोपी वालों को इस बार भी जोर का झटका लगने वाला है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.