बारिश और भूस्खलन में फंसे महाराष्ट्र के छात्रों को जेईई परीक्षा में एक और अवसर
बारिश और भूस्खलन में फंसे महाराष्ट्र के छात्रों को जेईई परीक्षा में एक और अवसर
नई दिल्ली:
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण महाराष्ट्र के जो छात्र जेईई परीक्षा के तीसरे सत्र में शामिल नहीं हो पा रहे हैं उन्हें इन परीक्षाओं में शामिल होने का एक और अवसर दिया जाएगा। इसकी घोषणा स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की है।गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कई इलाकों में अत्याधिक वर्षा होने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे वहां आवाजाही बाधित हुई है। इसके अलावा महाराष्ट्र के ही कुछ जिलों में भूस्खलन के कारण भी इस तरह की स्थिति असामान्य बनी हुई है। शिक्षा मंत्रालय ने इन सभी प्रभावित क्षेत्रों के अभ्यर्थियों को राहत देने का निर्णय किया है। जेईई के तीसरे सत्र की परीक्षाएं 20 जुलाई से शुरू हो चुकी है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, महाराष्ट्र में भारी बारिश और भूस्खलन के आलोक में, महाराष्ट्र छात्र समुदाय की सहायता के लिए, मैंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डीजी को उन सभी उम्मीदवारों को एक और अवसर प्रदान करने की सलाह दी है जो जेईई (मुख्य) -2021 सत्र 3 के लिए परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक कोल्हापुर, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़, सिंधुदुर्ग, सांगली और सतारा के छात्र, जो जेईई (मुख्य) -2021 सत्र 3 के लिए 25 और 27 जुलाई 2021 को अपने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में असमर्थ हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें एक और मौका दिया जाएगा, और तारीखों की घोषणा जल्द ही एनटीए द्वारा की जाएगी।
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