डीजीसीए ने जेट एयरवेज़ के दो पूर्व पायलट्स के लाइसेंस को पांच साल के लिये निलंबित कर दिया है। इन पायलटों ने लंदन-मुंबई फ्लाइट में उड़ान के दौरान झगड़ा किया था।
इन दोनों पायलट्स को मिलने वाली सुविधाएं उनसे छीन ली गई हैं। डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि इन दोनों पर आरोप है कि उड़ान के दौरान दोनों ने कॉकपिट को खाली छोड़ दिया था जिससे यात्रियों की जान खतरे में थी।
इस निलंबन के दौरान वो किसी भी एयरलाइन के जहाज को नहीं उड़ा पाएंगे।
इस घटना के तुरंत बाद ही कार्रवाई करते हुए जेट एयरवेज़ ने दोंनों पायलट्स को नौकरी से निकाल दिया था। उड़ान के दौरान दोनों पायलट्स में झगड़ा हो गया था और एक पायलट ने दूसरी महिला कमांडर को थप्पड़ मार दिया था।
अधिकारी ने बताया, 'झगड़े से एयरक्राफ्ट ऑपरेशन की सुरक्षा को खतरे में डालने को ध्यान में रखते हुए डीजीसीए ने लाइसेंस और दूसरी सुविधाओं को पांच साल के लिये निलंबित कर दिया है।'
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उन्होंने कहा, 'कमांडर लैंड करने के एक घंटे पहले कमांडर कॉकपिट से बाहर आ गई और शिकायत की कि उसे सह पायलट परेशान कर रहा है। सह पायलट भी बाहर आ गया था और कॉकपिट को खाली छोड़ दिया। इससे एयरक्राफ्ट का ऑपरेशन खतरे में पड़ गया था।'
हालांकि जेट एयरवेज़ ने उस समय लड़ाई की बात को खारिज कर दिया था और कहा था कि गलतफहमी हुई थी।
1 जनवरी को लंदन-मुंबई की जेटएयरवेज़ फ्लाइट के दौरान ये झगड़ा हुआ। हालांकि इसे तुरंत सुलझा लिया गया था। उस फ्लाइट में 324 यात्री सवार थे जिसमें दो नवजात बच्चे भी शामिल थे। साथ ही 14 क्रू मेंबर्स भी शामिल थे।
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Source : News Nation Bureau