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Desh Ki Bahas : युक्रेन युद्ध पुतिन का ट्रेलर, सुपर पावर का सरेंडर?
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में अबतक एक हजार से सैनिक मारे गए हैं. रूस की सेना ने यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचाया है. दो दिनों की जंग के बाद दोनों देश अब बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं.
नई दिल्ली:
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में अबतक एक हजार से सैनिक मारे गए हैं. रूस की सेना ने यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचाया है. दो दिनों की जंग के बाद दोनों देश अब बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. बताया जा रहा है कि यूक्रेन के वार्ता प्रस्ताव पर रूस के राष्ट्रपति व्लामिदीर पुतिन तैयार हो गए हैं. रूस के राष्ट्रपति पुतिन जल्दी ही एक प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए यूक्रेन भेजेंगे. युक्रेन युद्ध पुतिन का ट्रेलर, सुपर पावर का सरेंडर? न्यूज नेशन पर देखिए #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- नाटो देशों का सुरक्षित रखना अमेरिका का मकसद है : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- जो बाइडेन का सोच है कि रूस को करारा जवाब देना है : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- यूएस ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- रूस ने बिना वजह युद्ध का रास्ता चुना और एक लोकतांत्रिक देश यूक्रेन पर हमला किया : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- जबतक रूस युद्ध बंद नहीं करेगा तबतक उनके ऊपर प्रतिबंध बरकरार रहेगा : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- यूक्रेन कोई छोटा देश नहीं है : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- रूस के 10 बैंकों पर प्रतिबंध लगाए हैं : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- रूसी हमले की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- हमने यूक्रेन को अकेला नहीं छोड़ा है : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- यूक्रेन के लिए जो भी संभव है वो अमेरिका करेगा : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- अमेरिका, रूस पर हमला नहीं करेगा : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- अमेरिकी सैनिक यूक्रेन में नहीं भेजेंगे : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- हमने जो शांति पिछले 30 साल में देखा है, लेकिन यूरोप में अब वो नहीं है : जेड तरार, प्रवक्ता, अमेरिकी विदेश मंत्रालय
- पुतिन का कहना है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य न बनाया जाए : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- रूस के बजाए यूक्रेन पश्चिमी देशों से ज्यादा बातचीत कर रहा था और नाटो पर विश्वास कर रहा था : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- 48 घंटे पर रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा कर लिया है : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- रूस का झुकाव चीन की तरफ नहीं होना चाहिए : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अगर चीन से रूस मिल जाएगा तो दुनिया में तबाही मच जाएगी : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- यूएस की सेना न भेजना विश्व शांति के लिए अच्छा कदम है : लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध कई कारणों की वजह शुरू हुआ है : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- यूक्रेन पर रूस की जीत निश्चित है : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- यूक्रेन पर हमला नाटो देखता रहा : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- रूस सेना की लड़ाई में तो जीत गए हैं, लेकिन आर्थिक प्रतिबंध कब तक रहेगा, ये देखना की बात है : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- रूस को एक-दो देशों ने समर्थन दिया है, बाकी देश न्यूटन रहा है : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- इस युद्ध में यूएस और नाटो शामिल हो जाता है स्थिति और भयावहा हो जाती : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- आर्थिक प्रतिबंध की वजह से पहले विश्व युद्ध में जर्मनी एकदम कंगाल हो गया था : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- नाटो-यूएस पर निर्भर है कि वे रूस पर आर्थिक प्रतिबंध कबतक लगाए रखेंगे : मेजर जनरल संजय मेस्टन (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अगर यूक्रेन को नाटो में डाल दिया जाता तो नाटो की सेना रूस की सीमा पर आ जाती : मेजर जनरल एके सिवाच (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कुछ नहीं कर पाए : मेजर जनरल एके सिवाच (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है, इसलिए नाटो की सेना नहीं आई है : अजय जैन भूटोरिया, बाइडेन टीम के सदस्य
- रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिससे निकला रूस के लिए मुश्किल होगा : अजय जैन भूटोरिया, बाइडेन टीम के सदस्य
- जब नाटो की सेना किसी देश में जाती है तो उसे हम फोर्स आफ लिबेशन कहते हैं : देव कार्लेकर, राजनीतिक विश्लेषक
- पुतिन ने बहुत अच्छे तरीके से जो बाइडेन देखा है : देव कार्लेकर, राजनीतिक विश्लेषक
- अमेरिका और नाटो की विस्तारवादी नीति है : देव कार्लेकर, राजनीतिक विश्लेषक
- रूस को अब युद्ध बंद कर देना चाहिए : साक्षी आहूजा, दर्शक
- यूक्रेन पर रूस को विश्वास करना चाहिए : साक्षी आहूजा, दर्शक
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