कर्नाटक में हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. यही नहीं इस विवाद को लेकर देशभर में एक नई बहस छिड़ गई है. इस बीच शिवमोगा जिले में दो छात्राओं ने स्कूल में हिजाब पहनने से मना करने पर परीक्षा का बहिष्कार कर दिया है. जानकारी के अनुसार परीक्षा का बहिष्कार करने वाली छात्राओं में से एक कक्षा 6 और दूसरी कक्षा 9 की छात्रा है. बताया जा रहा है कि दोनों ही छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देनी चाहती थीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन के ऐसा करने से मना करने पर दोनों छात्राएं परीक्षा छोड़कर स्कूल से निकल गईं. हिजाब Vs इम्तिहान..भारत में क्यों 'तालिबान'? न्यूज नेशन पर देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- हिजाब के मसले को दो अलग—अलग पहलुओं में देखा जाना चाहिए : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- स्कूलों में हिजाब नहीं किताब पर बात होनी चाहिए : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- पर्दा प्रथा किसी भी सूरत में सही नहीं है : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- किसी को चेहरा ढकने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- महिलाओं को भी पुरुषों की तरह खुली आजादी होनी चाहिए : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- देश में कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हैं : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- यही लोग सीएए का भी विरोध करते हैं : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- ये लोग चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में माहौल खराब करना चाहते हैं : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- इस मसले के पीछे कई संगठन और बड़ी साजिश है : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- शिक्षा के मंदिर में केवल शिक्षा की ही बात होनी चाहिए : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- महात्मा गांधी भी पर्दा प्रथा का विरोध कर चुके हैं : राकेश त्रिपाठी, BJP प्रवक्ता
- समाज में हर महिला को कपड़े पहनने का अधिकार : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक विश्लेषक
- संसद में मुस्लिम महिला हिजाब पहनकर जा सकती है : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक विश्लेषक
- शिक्षा संस्थान में किसी निजी व्यक्ति के अधिकार हावी नहीं होने चाहिए : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक विश्लेषक
- संसद में मुस्लिम महिलाओं के हिजाब पर रोक नहीं है : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक विश्लेषक
- यूनिफॉर्म बनाए जाने का एक कारण है: : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के बीच कोई भेदभाव नहीं रहना चाहिए: : प्रो. गीता भट्ट, राजनीतिक
- हमारे स्कूल में भी ड्रेस कोड है :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- हमारे लड़कियों को हिजाब पहनने और न पहनने की आजादी है :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- क्या गेट के सामने बिंदी और चूड़ी भी उतरवाई गई :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- हमारे संस्थान में 50 प्रतिशत हिंदू लड़कियां भी हैं :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- हमारी हिंदू बहनें भी हमारी साथ हो गई हैं :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- हिजाब हमारे धर्म का आवश्यक हिस्सा है :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- कानून व्यवस्था का विषय है तो पुलिस सुरक्षा दी जाए :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि हमें हिजाब पहनने दिया जाए :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- क्या गेट के बाहर सिंदूर और बिंदी भी हटवाई गई :मारिया तबस्सुम, सामाजिक कार्यकर्ता
- कुरान में कहां लिखा है कि हिजाब पहनना जरूरी है : आरपी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- मैंने कुरान पढ़ी है : आरपी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- हर जगह फ्रीडम ऑफ चॉइस है : सैयदा फलक, प्रवक्ता AIMIM
- हमारे इस्लाम में पर्दा है : सैयदा फलक, प्रवक्ता AIMIM
- इस्लाम में लिखा है कि महिला बाहर जाए तो अपने बदन को कवर करे : सैयदा फलक, प्रवक्ता AIMIM
- हमारी लाइफ में अतिक्रमण किया जा रहा है : सैयदा फलक, प्रवक्ता AIMIM
- ईश्वर का आशीर्वाद है एक मुस्लिम महिला का हिजाब : माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
- हिजाब एक मुस्लिम महिला के धर्म की पहचान है : माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
- ये हमारे घर की बात है, बाहर वाले इसमें हस्तक्षेप न करें : माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
- हम लोग मॉर्डन मुसलमान हैं : माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
- हिजाब हमारे धर्म का अभिन्न हिस्सा है : माजिद हैदरी, राजनीतिक विश्लेषक
- हिजाब के नाम पर जानबूझकर प्रोपेगेंडा है : तारिक फतेह, पत्रकार-लेखक, कनाडा
- हिजाब इस्लाम का आवश्यक हिस्सा नहीं है : तारिक फतेह, पत्रकार-लेखक, कनाडा
- ये लोग हिंदुओं की नफरत से पैदा हुए थे : तारिक फतेह, पत्रकार-लेखक, कनाडा
- इस्लाम में महिलाओं को बस कपड़े पहनना अनिवार्य है : तारिक फतेह, पत्रकार-लेखक, कनाडा
Source : News Nation Bureau