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सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश निर्भया के माता-पिता ने कहा, 'देर लगी लेकिन न्याय मिला, अब कोई गिला नहीं'

16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाते हुए चारो दोषियों के सजा को बरकरार रखा।

Updated on: 05 May 2017, 07:45 PM

highlights

  • सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निर्भया के मां-बाप ने जताई संतुष्टि
  • निर्भया के पिता ने कहा देर लगी लेकिन न्याय मिला, अब कोई गिला नहीं

नई दिल्ली:

16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाते हुए चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, पवन और विनय  की फांसी की सजा को बरकरार रखा। करीब चार साल तक केस लड़ने के बाद निर्भया के माता-पिता को आज सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिल गया।

कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए निर्भया के पिता बद्री सिंह ने कहा, 'देर लगी जरूर लेकिन न्याय मिला, अब कोई गिला नहीं। वहीं फैसला आने के बाद निर्भया की मां ने कहा, 'सबको थैंक्स कहना चाहती हू्ं, सबको इंसाफ मिल है।' ये शब्द बताते है कि कोर्ट के फैसले से निर्भया के माता-पिता को कितनी आत्म संतुष्टि मिली है।

सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत और हाई कोर्ट के फांसी के फैसले को बरकरार रखते हुए कहा कि दिसंबर 2012 की ये घटना देश के लोगों के लिए सुनीमी ऑफ शॉक जैसा था। इसलिए समाज में न्याय व्यवस्था पर लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए और इस जघन्य अपराध के लिए फांसी से कम की कोई सजा नहीं हो सकती।

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सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सुन कर कोर्ट रूम में ही लोग इतने खुश हुए की जोर-जोर से तालियां बजाकर कोर्ट के फैसले का समर्थन करने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को अपना पूरा फैसला सुनाने में करीब 20 मिनट का वक्त लगा और उस दौरान कोर्ट रूम में मौजूद हर व्यक्ति जजों की बात को एक दम शांत होकर सुन रहे थे।

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