कई सालों से अयोध्या का राम मंदिर देश का राजनीतिक अखाड़ा बना हुआ है. अब राम मंदिर के निर्माण पर भी आखिरकार फैसला आ ही गया है. आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से किया जाएगा. बाबरी विध्वंस मामले में आरोपियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. भूमिपूजन से पहले उठी बाबरी विध्वंस केस हटाने की मांग मुद्दे पर दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- पहले हमें देखना चाहिए कि लाल कृष्ण आडवाणी समेत अन्य लोगों पर किस आधार पर केस चलना चाहिए : अजीत ठाकुर, गाजियाबाद से दर्शक
- बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाया वहीं से विवाद शुरू हुआ : अजीत ठाकुर, गाजियाबाद से दर्शक
- लाल कृष्ण आडवाणी ने ऐसा क्या किया है जिसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए: अजीत ठाकुर, गाजियाबाद से दर्शक
- पहले हमें देखना चाहिए कि लाल कृष्ण आडवाणी समेत अन्य लोगों पर किस आधार पर केस चलना चाहिए : अजीत ठाकुर, गाजियाबाद से दर्शक
- मैं इसको बिलकुल उनका हक समझता हूं और उन्होंने ऐसा क्या किया है जो उन्हें सजा मिलेः अजीत ठाकुर, गाजियाबाद, दर्शक
- बहुत दिनों से टीस रहा था आखिर फोड़ा फूट गया इंतजाम सारे धरे रह गए बाबरी ढांचा टूट गयाः आचार्य स्वामी धर्मेंद्र, हिंदू धर्मगुरु
- जो टूटा वो सिर्फ ढांचा ही था मस्जिद नहीं थी क्योंकि मस्जिद में मीनारें होती हैं उस ढांचे में नहीं थीः आचार्य स्वामी धर्मेंद्र, हिंदू धर्मगुरु
- बाबर को मैं बाबर नहीं बर्बर कहूंगाः आचार्य स्वामी धर्मेंद्र, हिंदू धर्मगुरु
- जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC-- बाबरी विध्वंस एक क्रिमिनल एक्ट है
- ये मामला सिर्फ मुसलमानों से जुड़ा हुआ नहीं है ये देश के संविधान से जुड़ा हुआ हैः जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- ये सिर्फ बाबरी विध्वंस ही नहीं गिराया गया है देश का संविधान यहां पर गिराया गया है ये बात 1994 के सुप्रीम कोर्ट के जज बोल चुके हैं : जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- इस केस में इकबाल अंसारी या मेरे कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता, ये केस सुप्रीम कोर्ट और देश की सरकार प्रोस्यूक्यूट कर रही हैः जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- मैं तो बिलकुल इस बात को नहीं कहूंगा क्योंकि पूरा देश मुसलमान नहीं है यहां पर बहुत से सेक्युलर भी हैंः जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- यह इतना बड़ा क्रिमिनल एक्ट हुआ है जिसे सजा जरूर मिलनी चाहिएः जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर के फैसले में भी साफ लिखा गया है कि 6 दिसंबर 1992 को मस्जिद को ही तोड़ा गया है अब इसको तोड़ने पर कौन-कौन शामिल था ये कोर्ट ही तय करेगाः जफरयाब जिलानी, संयोजक, BMAC
- ये मुकदमा सरकार का है ये जिम्मेदारी भी सरकार की है हम इसमें कोई दखलअंदाजी नहीं करेंगेः इकबाल अंसारी, मुख्य पक्षकार, बाबरी मस्जिद
- इस देश में हिन्दू और मुसलमान को शांति पूर्वक रहने के लिए इस विवाद को खत्म करना चाहिए और मुकदमा वापस लेना चाहिएः महामंडलेश्वर नवल किशोर दास, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल, वीएचपी
- राष्ट्र में सुख शांति के लिए यह केस वापस लिया जाना बहुत आवश्यक हैः महामंडलेश्वर नवल किशोर दास, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल, वीएचपी
- देखिए अब मुकदमे का कोई औचित्य नहीं हैं क्योंकि वहां सिर्फ मंदिर था, खुदाई में भी वहां मंदिर का अवशेष मिला है वहां पर मंदिर का खंडहर तोड़वायाः राम विलास वेदांती, हिंदू धर्मगुरु
- बार-बार इस बात का जिक्र हुआ था कि वहां पर मंदिर था और सुप्रीम कोर्ट में यह बात भी सिद्ध हो चुका है कि वहां मंदिर थाः मनीष टंडन, लखनऊ से दर्शक
- बिलकुल बाबरी विध्वंस का केस पूरी तरह से वापस होना चाहिएः मनीष टंडन, लखनऊ
- एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक- किसी के कहने या न कहने से केस वापस नहीं होते
- किसी के कहने या न कहने से केस वापस नहीं होते हैं संविधान कहता है कि जब तक केस में फैसला नहीं आता है तब तक केस तो चलता ही हैः एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- सुप्रीम कोर्ट कह चुका है वहां पर मंदिर को गिरा के मस्जिद बनाया गया थाः एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- राम विलास वेदांती, हिंदू धर्मगुरु-- जिस इमारत में मीनार नहीं हो वो मस्जिद नहीं हो सकती
- 6 दिसंबर 1992 को जो तोड़ा गया था वहां मंदिर का खंडहर था न कि कोई मस्जिद थी कुरान में भी इस बात का जिक्र है कि जिस इमारत में मीनार नहीं हो वो मस्जिद नहीं हो सकती हैः राम विलास वेदांती, हिंदू धर्मगुरु
- मैंने हाई कोर्ट में भी यही बयान दिया है और सुप्रीम कोर्ट में भी यही बयान दिया हैः राम विलास वेदांती, हिंदू धर्मगुरु
- आचार्य धर्मेंद्र जी को बताना चाहूंगा कि उन्होंने जिस संविधान की बात की है वो मेरी समझ से परे हैः एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- हिन्दुस्तान में अगर किसी मौलाना या इस्लाम का अस्तित्व नहीं था तो ये मेरी समझ के बाहर हैः एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- बाबर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में नहीं था वहां पर मंदिर का केस चल रहा थाः एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- उमा भारती, नेता बीजेपी-राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा होने पर मुझे गर्व
- मेरे लिए ये बहुत ही आनंद का क्षण है जिसके लिए मेरे पास कोई शब्द ही नहीं हैः उमा भारती, नेता बीजेपी
- ये तो ऐसी अद्भुत बात है जो मेरे लिए अविश्वसनीय हैः उमा भारती, नेता बीजेपी
- राम मंदिर का शिलान्यास होने से पहले मुझे इतनी खुशी है कि अगर 5 अगस्त के बाद मैं इस दुनिया में न रहूं तो भी मुझे कोई दुख नहीं होगाः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- जिन 6 लोगों पर यह केस चल रहा है उनमें से एक मैं भी हूं और आडवाणी जी हैं जो महापुरुषों में शामिल हैंः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- सीबीआई के स्पेशल कोर्ट में हमें भी अपना पक्ष रखने का समय दिया हैः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- जब मैं 8 वर्ष की थी तभी से मैं प्रवचन करने लगी थी अयोध्या में कई लोगों ने कहा इस बच्ची का प्रवचन बहुत सुंदर हैः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- हमने अयोध्या के 12 जिलों की हदबंदी की जिसमें मैं भी शामिल थीः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- 21 अक्टूबर 1989 में कारसेवकों का गठन हुआ थाः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे और उन्होंने कहा था कि अयोध्या में कोई परिंदा भी पर नहीं मार पाएगाः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- इस ढांचे को बाबर के सेनापति ने बनवाई थी इस वजह से इसे इस्लामिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण नहीं कहा जा सकता हैः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- जब मामला कोर्ट में चल रहा है तो हम इसका जवाब कैसे दे सकते हैं, हमने कोर्ट में अपना पक्ष रखा हैः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- इस पूरे मामले में हमें कोर्ट का फैसला स्वीकार हैंः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- अयोध्या आंदोलन को लेकर अपनी भागीदारी को लेकर मैंने कभी भी खेद व्यक्त नहीं किया है बल्कि मैं हमेशा इस काम के लिए गौरवान्वित हुई हूंः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्रीऔर ये गौरव इतना बड़ा है कि अगर मुझे इस मामले में सजा भी हो जाती है तो मुझे गर्व ही होगाः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- 6 दिसंबर को जो घटा वो राष्ट्रीय शर्म तब होगा जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा वहां पता चलेगा कि राष्ट्रीय शर्म क्या हैः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
- जब सिख समुदाय का नर संहार किया गया, जब केरल में बछड़े को सड़क पर काट कर खाया गया और जब भगवा को आतंकी बनाने की साजिश की गई तब राष्ट्रीय शर्म का दिन नहीं थाः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
मैं 1 दिसंबर से लेकर 6 दिसंबर तक 1992 में अयोध्या में थीं मैं अयोध्या आंदोलन का हिस्सा रही थीः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
अभी तो मेरा ध्यान सिर्फ इस बात पर है कि मोदी जी के हाथ से मंदिर की शिलान्यास होः उमाभारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
मैं यहां रहूं या वहां रहूं कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि सब मोदी जी में समाहित हो चुके हैंः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
मैं शरद पवार का बहुत सम्मान करती हूं वो मेरे बड़े भाई जैसे हैं जब मोदी जी वहां पर शिलान्यास रख रहे हों तो आप एक दिया जलाकर श्रीराम की धूनी रमाएंः उमा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री
Source : News Nation Bureau