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एम्स की ओर से आयोजित INI CET परीक्षा स्थगित करने की मांग, सुप्रीम कोर्ट पहुंचे डॉक्टर

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से आयोजित होने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (INI CET 2021) को स्थगित करने की मांग तेजी से उठने लगी है.

Updated on: 07 Jun 2021, 12:14 PM

नई दिल्ली:

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से आयोजित होने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (INI CET 2021) को स्थगित करने की मांग तेजी से उठने लगी है. आईएनआई सीईटी ( INI CET ) परीक्षा 2021 को स्थगित करने की मांग करते हुए 26 डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) में याचिका दायर करके परीक्षा को स्थगित करने की मांग की है. याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा गया है कि परीक्षाओं को कम से कम अगस्त तक टाल देना चाहिए.

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याचिका में कहा गया है कि डॉक्टर्स फ्रंट लाइन के तौर पर कोरोना मरीजों के इलाज में लगे हैं. कुछ खुद संक्रमित है और अभी बहुत का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि बेहद शॉर्ट नोटिस (19 दिन) पर ये परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया गया है. परीक्षा के सेंटर अलग अलग राज्यों में है. ऐसे में अभी परीक्षा आयोजित करना छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करना होगा. उन्होंने मांग की है कि परीक्षाओं को कम से कम अगस्त तक टाल देना चाहिए. 

गौरतलब है कि भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने 16 जून 2021 को आईएनआई सीईटी की परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया है. हालांकि पहले यह परीक्षा 8 मई को होनी थी, मगर कोरोना वारयरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था. इसके बाद 27 मई को एम्स की ओर से एक नोटिस जारी किया गया, जिसमें गया कि परीक्षा 16 जून को कराई जाएगी.

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आपको बता दें कि मेडिकल संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए ये परीक्षा आयोजित होती है. आईएनआई सीईटी ( INI CET ) परीक्षा का आयोजन मास्टर्स ऑफ सर्जरी (एमएस), डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (एमएसडीएस), डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन (डीएम), और मास्टर ऑफ चिरुर्गी (एमसीएच) जैसे पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए होता है. देश में यह कोर्स दिल्ली, भोपाल, भुवनेश्वर, ऋषिकेश समेत कुल 8 एम्स में होते हैं.