दिल्ली हिंसा में मारे गए हवलदार हत्याकांड के सुराग मिले, खुलासा जल्द होने के आसार

जांच ने गति गुरुवार को तब पकड़ी, जब उसे वांछित निगम पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) और घटनास्थल के कई वीडियो हाथ लग गए.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Tahir Hussain

आप पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी से जांच तेज.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

उत्तर-पूर्वी जिले में 24 और 25 फरवरी को भड़की हिंसा (Delhi Violence) की जांच दिल्ली पुलिस (Delhi Police) अपराध शाखा की एसआईटी ने तेज कर दी है. जांच ने गति गुरुवार को तब पकड़ी, जब उसे वांछित निगम पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) और घटनास्थल के कई वीडियो हाथ लग गए. इन मोबाइल वीडियो (Video) और ताहिर की गिरफ्तारी के बाद जांच में जुटी टीमों को उम्मीद है कि ये वीडियो उसी जगह के हैं, जहां हवलदार रतन लाल को भीड़ ने घेर लिया था. शुक्रवार को मीडिया को ऐसी ही और तमाम जानकारियां नाम उजागर न करने की शर्त पर दंगों की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम (SIT Team) के कुछ अधिकारियों ने दी.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः पाकिस्‍तान के इशारे पर नाच रहे थे दिल्‍ली के दंगाई! 2016 में ही हो गई थी हिंसा फैलाने की साजिशदेखें VIDEO

आधा दर्जन वीडियो बनेंगे सबूत
सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के एक अधिकारी के मुताबिक अभी तक 5-6 वीडियो मिले हैं. ये वीडियो मोबाइल से कैप्चर किए गए हैं. वीडियो वायरल हो चुके हैं. हमारी टीम चूंकि दंगों से संबंधित सबूत जुटाने के लिए सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही थी, लिहाजा जैसे ही वीडियो वायरल हुए, हमारी टीमों ने भी इन वीडियो को ध्यान से देखा. एसआईटी टीमों में शामिल एक इंस्पेक्टर ने कहा, 'वीडियो चांदबाग और उसके आसपास के इलाके के ही हैं. वीडियो भले ही एक ही जगह के हों, मगर हर वीडियो अलग-अलग एंगल से कैप्चर्ड हैं. वीडियो देखने से भी 24 फरवरी का ही लगता है. जिस तरह दंगों के पहले दिन भीड़ ने तांडव मचाया था, इन वीडियो में भी उसी तरह का तांडव साफ-साफ नजर आ रहा है.'

यह भी पढ़ेंः शाहीन बाग में गोली चलाने के आरोपी कपिल गुर्जर को मिली जमानत

वीडियो की होगी फोरेंसिक जांच
वीडियो आम पब्लिक ने बनाए हैं. ऐसे में अदालत में बतौर सबूत इन्हें जांच टीम किस तरह पेश करेगी? डीसीपी स्तर के एक अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल हम सबूत-गवाह जुटा रहे हैं. हमारी कोशिश है हर हाल में असली मुजरिमों तक पहुंचने की. ये वीडियो इस लिहाज से बहुत मददगार साबित हो रहे हैं. वैसे तो इन वीडियो को सबूत के बतौर अदालत में पेश करने में कोई परेशानी नहीं है. इन वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है ताकि वीडियो बस संपादित करके बनाए हुए न मिलें. साथ ही वीडियो अदालत में पेश करते वक्त हमें यह भी साबित करना होगा कि ये सब (वीडियो) फलां इलाके के और 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा के ही हैं. अक्सर देखने में आता है कि, ऐसे गंभीर हालातों में इस तरह के पुराने या फिर कहीं और के भी वीडियो वायरल करने का चलन शुरू हो जाता है.'

यह भी पढ़ेंः गोरखपुर मेडिकल कॉलेज त्रासदी मामले में निलंबित 2 वरिष्ठ चिकित्सक बहाल

ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी से मिलेंगे और सुराग
एसआईटी की टीम 'बी' में शामिल एक एसीपी के मुताबिक, 'ताहिर हुसैन का मिलना भी बहुत काम आ रहा है. जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उनके बारे में ताहिर भी काफी कुछ बताएगा. दंगे को दौरान ताहिर उस दिन चांद मोहल्ला में ही कई घंटों तक मौजूद था.' वीडियो में भीड़ जिस तरह पुलिस को घेरकर निशाना बना रही है, उससे क्या यह साबित हो सकता है कि हवलदार रतन लाल भी इसी भीड़ का शिकार हुए थे? एसआईटी के एक अन्य अफसर ने कहा, 'कुछ भी संभव है. अभी ताहिर और वीडियो आमने-सामने लाने हैं. उम्मीद है कि ताहिर इन वीडियो को देखकर कुछ नये तथ्य और जानकारी स्थापित करा सके.'

यह भी पढ़ेंः मचा हाहाकार: रात को बारिश के बीच साहिबाबाद में गिरा उल्‍का पिंड! उठने लगे आग के शोले

सीसीटीवी फुटेज से जुड़ेंगी कड़ियां
दंगों की जांच के लिए गठित एसआईटी की टीम 'ए' के ही एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 'हमारे हाथ इन वीडियो के अलावा कुछ सीसीटीवी फूटेज भी लगे हैं. ताहिर हुसैन व अन्य गिरफ्तार संदिग्धों के सामने इन सीसीटीवी और वीडियो फूटेज से ही हवलदार रतन लाल की जघन्य हत्या के बारे में भी कड़ी से कड़ी जोड़े जाने की कोशिश शुरू कर दी गई है.' नाम न उजागर करने की शर्त पर एसआईटी के ही एक अनुभवी अधिकारी ने कहा, '24 फरवरी की घटना में चांदबाग में भीड़ के बीच फंसकर बुरी तरह जख्मी हुए गोकुलपुरी सब-डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त अनुज कुमार से भी जांच में मदद ली जाएगी. चूंकि वह घटना के चश्मदीद और पीड़ित व पुलिस अधिकारी हैं, लिहाजा वीडियो की सत्यता और वीडियो कहां के हैं, इसके बारे में एसीपी अनुज भी बेहतर और सटीक जानकारी एसआईटी को दे सकेंगे.'

HIGHLIGHTS

  • Delhi Violence की जांच दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ने की तेज.
  • जख्मी सहायक पुलिस आयुक्त अनुज कुमार से भी दिल्ली हिंसा जांच में मदद ली जाएगी.
  • दिल्ली हिंसा के वायरल वीडियो को सबूत के बतौर अदालत में पेश किया जाएगा.
delhi-violence delhi-police Tahir hussain Delhi Riot
      
Advertisment