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Delhi Violence : अपने ही बयान पर घिरने लगे गौतम गंभीर, जानें क्‍या कहा गया

गौतम गंभीर के इस बयान के बाद ट्वीटर पर उनको ट्रोल किया जाने लगा है. जहां एक ओर गौतम गंभीर ने कपिल मिश्रा पर कार्रवाई की बात की है, वहीं अब उनके ऊपर भी कार्रवाई की मांग की जाने लगी है.

Updated on: 25 Feb 2020, 03:06 PM

New Delhi:

दिल्‍ली में पिछले कई दिनों से जारी हिंसा (Delhi Violence ) के बाद अब भाजपा में ही आपस में मतभेद सामने आने लगे हैं. जहां एक ओर भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपनी ही पार्टी के साथी कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) पर सवाल उठा दिए हैं, वहीं उन्‍होंने यह भी कह दिया है कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि व्यक्ति कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हों या कोई और. किसी भी पार्टी से संबंधित हो, अगर उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. गौतम गंभीर के इस बयान के बाद ट्वीटर पर उनको ट्रोल किया जाने लगा है. जहां एक ओर गौतम गंभीर ने कपिल मिश्रा पर कार्रवाई की बात की है, वहीं अब उनके ऊपर भी कार्रवाई की मांग की जाने लगी है.

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इससे पहले कि हम आपको बताएं कि सोशल मीडिया पर गौतम गंभीर के बारे में क्‍या कहा जा रहा है, पहले यह जान लीजिए कि गौतम गंभीर ने यह बयान आखिर दिया कहां है. गौतम गंभीर मंगलवार सुबह यानी आज ही भजनपुरा-मौजपुर हिंसा में घायल डीसीपी अमित शर्मा का हालचाल पूछने पटपड़गंज स्‍थित मैक्स अस्‍पताल पहुंचे थे. अमित शर्मा की हालत अब स्‍थिर बनी हुई है. दिल्‍ली हिंसा पर गौतम गंभीर ने कहा, जो लोग हिंसा में शामिल हैं, चाहे वह कांग्रेस, आम आदमी पार्टी से लेकर किसी भी पार्टी में हो, उनके खिलाफ मुकदमा किया जाएगा. अगर कपिल मिश्रा का भी हाथ होगा तो उनके खिलाफ भी मुकदमा करेंगे.

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एक ट्विटर यूजर ने कहा कि वे भाजपा से अनुरोध करते हैं कि गौतम गंभीर के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करें. एक युजर ने तो यहां तक कह दिया कि गौतम गंभीर का बॉयकॉट किया जाना चाहिए. वे अवसरवादी और पाखंडी हैं. गौतम गंभीर को ट्वीटर पर अनफॉलो करने और उनके बयान को शर्मनाक करार दिया गया है. उधर दीपक जोशी ने तो यहां तक कह दिया कि गौतम गंभीर को पता है कि साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और कपिल मिश्रा ईस्‍ट दिल्‍ली से भाजपा के प्रत्‍याशी हो सकते हैं, इसलिए यह बयान दिया गया है. एक युजर ने लिखा है कि शर्म करो गौतम गंभीर, वारिस पठान के खिलाफ बोलने के बजाय आप कपिल मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कह रहे हैं. सुजाता ने लिखा, यह सिक्‍सर है, जिस पर तालियां नहीं भाजपा की गालियां मिलेंगी. लेकिन तालियों और गालियों की परवाह किए बिना समझदारी की बात करते रहिए. अल्‍पना रॉय ने लिखा है कि धोनी हमेशा ठीक थे, उन्‍होंने दीमक गौतम गंभीर को टीम से निकाल दिया, जो खुद के लोगों के साथ कभी खड़े होने की हिम्‍मत नहीं कर सकते. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि लगता है गौतम गंभीर को कपिल मिश्रा में शाहिद अफरीदी नजर आ गए हैं. हालांकि कुछ ट्वीट्स गौतम गंभीर के भी पक्ष में हुए हैं और कई लोग उनकी साफगोई के लिए उनकी तारीफ भी कर रहे हैं.

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आपको बता दें कि 22 जनवरी को जाफराबाद और चांद बाग में रोड बंद किए जाने के खिलाफ सड़क पर उतरे कपिल मिश्रा ने कहा था, दिल्ली पुलिस तीन दिन में रास्तों को खाली कराए. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के बाद वापस जाने तक हम यहां से शांतिपूर्वक जा रहे हैं, लेकिन अगर तीन दिन में रास्ते खाली नहीं हुए, तो हम फिर सड़कों पर उतरेंगे. इसके बाद हम दिल्ली पुलिस की नहीं सुनेंगे. बताया जा रहा है कि इसी के बाद हिंसा भड़क उठी.