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दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर (फाइल फोटो)
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दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर (फाइल फोटो)
टाइम मैगजीन ने दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर को अगली पीढ़ी की नेताओं के रूप में शामिल किया है। गुरमेहर उस समय चर्चा में आई थी जब उन्होंने एक पोस्टर के जरिए युद्ध न करने का संदेश दिया था।
मैगजीन ने उन वाक्यों को कोट किया है जिसमें गुरमेहर ने कहा था, 'मुझे चुप क्यों रहना चाहिए? मुझे एहसास हुआ कि लोग मेरी बात सुनते हैं। अगर मेरे पास कुछ सकारात्मक कहने को है तो मुझे क्यों नहीं कहना चाहिए?'
अपने पोस्टर के जरिए लिखे संदेश में उन्होंने कहा था, 'मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं युद्ध ने मारा।' जिसके बाद उनका यह पोस्टर वायरल हो गया था। इस पोस्टर के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग उनके पक्ष में खड़े दिखाई दिए थे तो कई लोगों ने उनका विरोध किया था।
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बता दें कि गुरमेहर कौर के पिता भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर थे। वह जम्मू कश्मीर में एक आतंकी हमले के दौरान वह शहीद हो गए थे।
गुरमेहर का यह पोस्टर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के तरफ से रामजस कॉलेज में फैलाए जा क्रूरता के खिलाफ था। अपने पोस्टर में उन्होंने लिखा था, 'मैं दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं।'
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दूसरे पोस्टर में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की बात की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच युद्ध नहीं शांति स्थापित होनी चाहिए।
पोस्टर वायरल होने के बाद गुरमेहर को फोन और सोशल मीडिया के जरिए जान से मारने और रेप की धमकियां मिलने लगी थी। उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया था। विवाद बढ़ता देख वह पूरी तरह से चुप हो गई थीं।
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Source : News Nation Bureau