दिल्ली विश्वविद्यालय अब ऐसे छात्रों को एक और मौका देगा, जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट या फिर प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिला लिया था, लेकिन तय समय के भीतर अपना कोर्स पूरा नहीं कर सके। दिल्ली विश्वविद्यालय अपने इन छात्रों एवं पूर्व छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का एक और अवसर प्रदान करने जा रहा है। हालांकि यह अवसर केवल अंतिम वर्ष के छात्रों को मिल सकेगा।
गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में शताब्दी वर्ष समारोह आयोजित किया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय को 100 बरस पूरे हो चुके हैं। इसी अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने इन पुराने छात्रों को एक और मौका देने का निर्णय लिया है। छात्र अपनी डिग्री पूरी करने खातिर शताब्दी अवसर के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन (एग्जामिनेशन) प्रोफेसर डीएस रावत के मुताबिक, नियमित, एनसीडब्ल्यूईबी, एसओएल और बाहरी प्रकोष्ठ के छात्र भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। यह योजना 1 मई से शुरू की गई है और शताब्दी अवसर परीक्षा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 14.06.2022 (मंगलवार) शाम साढ़े पांच बजे तक है। परीक्षा विभाग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों, संकायों व संबंधित विभागों से अनुरोध किया है कि छात्रों द्वारा भरे गए पंजीकरण प्रपत्रों की पुष्टि एवं सत्यापन दिनांक 20.06.2022 (सोमवार) तक पूरा कर लें।
प्रोफेसर रावत ने बताया कि छात्र ऑनलाइन जाकर पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। छात्रों द्वारा पंजीकरण कराए जाने के उपरांत संबंधित कॉलेजों, संकायों, विभागों व केंद्रों को छात्रों द्वारा भरे गए इन फॉर्म पुष्टि करनी होगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए भी एक विशेष लिंक जारी किया है।
पंजीकरण फॉर्म भरने के बाद छात्र आगे के संचार के लिए भरे हुए फॉर्म का प्रिंटआउट रख सकते हैं। उनके संबंधित संकायों, विभागों, कॉलेजों अथवा केंद्रों द्वारा पंजीकरण फॉर्म की पुष्टि के बाद अनंतिम प्रवेशपत्र जारी किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन विभाग ने बताया कि परीक्षा फॉर्म भरने में किसी भी प्रकार के प्रश्न विसंगति के मामले में, छात्र अपने संबंधित कॉलेज से संपर्क कर सकते हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक मई को अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर लिए हैं। विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बीते 100 वर्षो की यादों और यात्रा को खास तरीके से सजाया गया है। विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने पर खास आयोजन किया। दिल्ली विश्वविद्यालय में एक मई को हुए एक विशेष आयोजन में उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान सहित अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय का निर्माण 1 मई, 1922 को हुआ था।
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Source : IANS