logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

वार्ड कोटा न मिलने से लटक गया डीयू शिक्षकों के बच्चों का एडमिशन

वार्ड कोटा न मिलने से लटक गया डीयू शिक्षकों के बच्चों का एडमिशन

Updated on: 17 Nov 2021, 12:15 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों के बच्चों को मिलने वाले एडमिशन कोटे (वार्ड कोटा) के आधार पर अभी तक दाखिले नहीं किए जा सके हैं। वही इस बीच 22 नवंबर से दिल्ली विश्वविद्यालय में का नया सेशन शुरू होने जा रहा है। शिक्षकों ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय के इस रवैया से कई बच्चे दाखिले को लेकर अनिश्चितता के माहौल में हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर आभा देव ने इस विषय पर कहा कि विश्वविद्यालय कर्मचारियों के बच्चों को मिलने वाले कोटा के मुद्दे पर डीयू अनावश्यक देरी हो रही है। नए आवंटन नियमों और पाठ्यक्रम के आधार पर सीट आवंटन पर स्पष्टता की कमी है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में वार्ड कोटा प्रवेश को 2 सप्ताह के स्थगित किया गया। दिवाली के बाद प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई।

प्रोफेसर आभा देव हबीब ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रवेश समिति ने 8 नवंबर को इन दिशानिदेशरें को फिर से अधिसूचित किया। वार्ड कोटा सीट आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कॉलेजों को आधिकारिक तौर पर संवाद करने के लिए 28 अक्टूबर की अधिसूचना के बाद 10 दिनों से अधिक समय लगा।

कॉलेजों को 13 नवंबर तक इन सूचियों को विश्वविद्यालय प्रवेश समिति को अनुमोदन के लिए भेजने का निर्देश दिया गया था। कॉलेजों को अपनी वेबसाइट पर आवेदकों के शॉर्टलिस्ट किए गए नामों को प्रदर्शित करना था और प्रवेश डैशबोर्ड पर नाम भी जमा करना था।

डूटा की पदाधिकारी आभा देव ने कहा कि अभी तक कॉलेजों को प्रवेश कार्यालय से स्वीकृति नहीं मिली है और परेशान माता-पिता जो हमारे सहयोगी हैं, हमारे कॉलेजों और विश्वविद्यालय विभागों में सम्मानित शिक्षक हैं, डीयू कॉलेजों में प्रिंसिपल और हमारे मूल्यवान गैर-शिक्षण कर्मचारी लगातार कॉलेजों को कॉल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस गैरजिम्मेदाराना रवैये से प्रशासन में किसी को फर्क नहीं पड़ता। इसके अलावा प्रवेश प्रक्रिया में सीटों को अंतिम रूप देने के लिए वार्ड कोटा आवंटन के कई दौर होंगे, जिसका अर्थ है कि कक्षाएं शुरू होने पर कई छात्र कॉलेज में नहीं होंगे।

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में 45 दिनों की लंबी मैराथन कवायद के बाद अब यूजी प्रवेश प्रक्रिया समाप्त हो गई है। अब डीयू के कॉलेजों में फस्र्ट ईयर के दाखिले हेतु सामान्य प्रक्रिया के अन्तर्गत आवेदन नहीं किया सकता है। दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेज लंबित आवेदनों के आधार पर प्रवेश को मंजूरी दे रहे हैं।

बुधवार 17 नवंबर को दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। इसी मेरिट लिस्ट के आधार पर दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में छात्रों को दाखिला मिल सकेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर पोस्ट ग्रेजुएट दाखिला प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी किया जा चुका है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.