दिल्ली दंगे (Photo Credit: न्यूज नेशन)
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस ने साल 2020 में हुए दिल्ली दंगों को लेकर चार्जशीट दायर कर दी है. इस चार्जशीट में दिल्ली पुलिस दिल्ली दंगों की साजिश के पीछे आईएसआई एजेंटों की भूमिका के अलावा खालिस्तानियों का हाथ भी बताया है. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली दंगों के लिए दायर की गई चार्जशीट में इस बात का दावा किया है कि, दिल्ली दंगों में खालिस्तानियों और ISI एजेंटों की भी भूमिका थी. इतना ही दिल्ली पुलिस ने इस बात का भी दावा किया था. ISI एजेंट और खालिस्तान समर्थक दिल्ली दंगों से पहले CAA-NRC के खिलाफ चल रही प्रोटेस्ट में भी लगातार सक्रीय रहे थे.
आपको बता दें कि इसके पहले 9 जनवरी को दिल्ली दंगों के साजिशकर्ताओं में आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद के नाम सामने आया है. मंगलवार को मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत ने कहा कि ताहिर हुसैन और उमर खालिद के खिलाफ प्रथमदृष्टया उपयुक्त आधार मौजूद हैं.
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में दावा- दिल्ली दंगों में खालिस्तानियों और ISI एजेंटों की भी भूमिका थी. ISI एजेंट और खालिस्तान समर्थक दिल्ली दंगों से पहले CAA-NRC के खिलाफ चल रही प्रोटेस्ट में भी लगातार सक्रीय रहे थे.
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) January 11, 2021
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मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार ने मंगलवार को कहा कि बीते साल उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पर्याप्त आधार मौजूद हैं, जिससे उमर खालिद के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ाया जा सके. कोर्ट ने कहा कि दंगे के समय उमर खालिद और ताहिर हुसैन कथित रूप से संपर्क में थे और ये साबित करने के लिए एक गवाह का बयान भी काफी है.
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दंगे के समय ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी का पार्षद था, जिसे बाद में पार्टी से निकाल दिया गया. ताहिर हुसैन पर दिल्ली दंगे का मुख्य साजिशकर्ता होने का आरोप है. आरोपों के मुताबिक ताहिर हुसैन ने दिल्ली में दंगे भड़काने, लूटपाट करने और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए भीड़ को उकसाया। बताते चलें कि बीते साल दिल्ली में हुए दंगों में कुल 44 लोगों की जान गई थीं.