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Delhi Riots: शाहरुख पठान ने मांगी जमानत, पुलिस पर भी तानी थी रिवॉल्वर

दिल्ली के सांप्रदायिक दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस के एक निहत्थे कॉन्स्टेबल पर रिवॉल्वर तान देने वाले शाहरूख पठान ने हत्या के प्रयास के मामले में जमानत मांगने की कोशिश की है. दंगाई शाहरुख पठान ने जमानत के लिए दिल्ली की एक अदालत में अर्जी लगाई है.

Updated on: 24 Jul 2021, 09:13 PM

highlights

  • शाहरुख पठान ने लगाई जमानत की याचिका
  • दिल्ली दंगों में पुलिस पर रिवॉल्वर तानी थी
  • फरवरी 2020 में हुए थे दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे

नई दिल्ली :

फरवरी 2020 में हुए दिल्ली के सांप्रदायिक दंगों (Delhi Riots 2020) के दौरान दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के एक निहत्थे कॉनस्टेबल पर रिवॉल्वर तान देने वाले शाहरूख पठान ने हत्या के प्रयास के मामले में जमानत मांगने की कोशिश की है. दंगाई शाहरुख पठान ने जमानत के लिए दिल्ली की एक अदालत में अर्जी लगाई है. आपको बता दें कि फरवरी 2020 में हुए दिल्ली के सांप्रदायिक दंगों के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शाहरुख पठान नाम के दंगाई ने दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल पर रिवॉल्वर तान दी थी. दिल्ली पुलिस का वो जवान बिना डरे शाहरुख के सामने खड़ा रहा.

इस दौरान शाहरुख ने एक शख्स की हत्या का प्रयास भी किया था जिसके मामले अब वो जमानत के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटा रहा है. शाहरुख के वकील खालिद अख्तर ने दिल्ली की एक कोर्ट में जमानत की याचिका दायर की है. आपको बता दें कि इस याचिका में शाहरुख ने दिल्ली पुलिस की पूरी जांच पर सवाल उठाते हुए उन पर पीड़ितों, सबूतों और गवाहों को प्लांट करने का आरोप लगाया है.  

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शाहरुख पठान के वकील ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ये सबकुछ सिर्फ शाहरुख पठान को दंगे के पोस्टर ब्वॉय के रूप में दिखाने के लिए किया था. ताकि र असंवैधानिक कानून के खिलाफ आवाज उठाने से रोकने के लिए मुसलमानों में डर पैदा किया जा सके. वकील ने बताया कि शाहरुख पठान ने अदालत के सामने एक लिखित बयान में दोहरे खतरे का मुद्दा भी उठाया था. इसमे बताया गया था कि दिल्ली पुलिस ने उसी तरह के गवाहों, सबूतों और आरोपों का इस्तेमाल किया है जैसा कि उसके खिलाफ दर्ज अन्य मामलों में किया गया था, जबकि अपराध के स्थान अलग-अलग थे.

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आसानी से कैसे हाथ आ गया शाहरुख
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया, 'हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस तीसरी वाहनी के हवलदार दीपक दहिया के ऊपर बेखौफ होकर लोडिड पिस्तौल तान देने वाले शाहरुख पठान की जिस जोर-शोर से तलाश थी, उसकी गिरफ्तारी के बाद अधिकांश अफसरों का जोश (दिल्ली पुलिस महकमे में) तकरीबन गायब सा होकर रह गया. जितनी आसानी से शाहरुख दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के हाथ आ गया? वो तमाम हालात भी काफी कुछ बयान कर रहे हैं. अगर शाहरुख वाकई पुलिस को छका रहा था तो फिर, दिल्ली पुलिस ने फरारी वाले दिन ही उसकी गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा क्यों नहीं कर दी? जैसा कि अमूमन इस तरह की गिरफ्तारियों में दिल्ली पुलिस किया करती है.'