उत्तरी नगर निगम के राजन बाबू टीबी अस्पताल परिसर में आगामी वर्षों में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल कर तर्ज पर तीन निजी अस्पताल बनाने की योजना चल पर विचार किया जा रहा है लेकिन फिलहाल इस प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है। लेकिन इसपर अभी से ही राजनीति शुरू हो गई है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर संस्थानों को बेचने का आरोप लगा दिया है। दिल्ली कांग्रेस के मुताबिक, भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम दोनो में बेचो इंडिया कैम्पेन के तहत सरकारी संस्थानों को बेचने की होड़ में लगी हुई है।
दरअसल बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की हुई स्टैंडिंग कमिटी की बैठक पर इसपर चर्चा की गई थी। लेकिन प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। हालांकि आगामी स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में इसपर एक बार फिर चर्चा की जाएगी और इसके बाद ही संभाविक कोई फैसला लिया जा सकता है।
निगम के मुताबिक, लोगों की सुविधा और कम दाम में स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए एक एक एकड़ भूमि में पीपीपी मॉडल पर अस्पताल बनाने की योजना विचार किया जा रहा है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि, भाजपा शासित निगम ने राजन बाबू टी बी अस्पताल की 3 एकड़ जमीन की नीलामी की तैयारी कर रही है जबकि राजन बाबू अस्पताल एशिया का सबसे बड़ा टी बी अस्पताल है।
80-90 एकड़ में बने राज बाबू अस्पताल की खाली जमीन पर निगम चाहे तो राजस्व अर्जित करने के लिए कई योजनाऐं बना सकता है परंतु 15 वर्षों से भ्रष्टाचार में व्यस्त भाजपाईयों ने तीनों निगमों को कंगाल बना दिया है।
हालांकि स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने आईएएनएस को बताया कि, फिलहाल इस प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया है। बहुत सारे प्रस्ताव होने के कारण उसे पढ़ा नहीं जा सका है।
अभी उस जगह पर किसी अस्पताल को जगह दी जाए किन नियमों और शर्तों पर दी जाए उसपर विचार किया जा रहा है। फिलहाल अपने अधिकारियों से बात करने के बाद ही इसपर कुछ फैसला करेंगे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS