दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में साइबर धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए एक आईडी कॉलिंग ऐप ट्रूकॉलर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
समारोह की अध्यक्षता पुलिस मुख्यालय में ट्रूकॉलर इंडिया के विशेष पुलिस आयुक्त संजय सिंह और प्रज्ञा मिश्रा ने की। पुलिस उपायुक्त सुमन नलवा और मिश्रा के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और आदान-प्रदान किया गया।
एमओयू के अनुसार, ट्रूकॉलर अपनी दिल्ली पुलिस डायरेक्ट्री सर्विसेज पर दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधियों की आधिकारिक संख्या प्रदर्शित करेगा और सभी सत्यापित नंबरों पर एक हरा बैज और एक नीला टिक मार्क होगा, जिस पर एक सरकारी सेवा टैग हाइलाइट होगा।
नलवा ने कहा, ट्रूकॉलर के साथ साझेदारी जनता को सत्यापित नंबरों की पहचान करने और सरकारी अधिकारियों के नाम पर साइबर धोखाधड़ी और प्रतिरूपण घोटालों से बचाने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा, दिल्ली पुलिस नियमित रूप से फोन नंबरों की एक सूची साझा करेगी, जिसके खिलाफ उन्हें ट्रूकॉलर के साथ उत्पीड़न, घोटाले या उनके खिलाफ पंजीकृत मुद्दों के बारे में शिकायतें मिली हैं, ताकि उन्हें नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म पर स्पैम या धोखाधड़ी के रूप में चिह्न्ति किया जा सके और इन नंबरों के मामले में उन्हें सतर्क किया जा सके। साइबर खतरों को विफल करने के लिए ट्रूकॉलर दिल्ली पुलिस के सहयोग से दिल्ली में नागरिकों को प्रशिक्षित करके साइबर सुरक्षा जागरूकता पैदा करेगा।
समारोह के दौरान, स्पेशल सी.पी. सिंह ने याद किया कि कैसे दिल्ली पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया ने बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने में मदद की।
उन्होंने आगे कहा कि साइबर जागरूकता फैलाना अनिवार्य हो गया है, क्योंकि आजकल अधिक से अधिक लोग डिजिटल माध्यमों को अपना रहे हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS