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Delhi Violence: दिल्ली में दंगे की अफवाह फैलाने वाला शख्स चढ़ा पुलिस के हत्थे

दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध सेल द्वारा ने एक 24 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह व्यक्ति सोशल मीडिया पर अफवाहें फैला रहा था.

Updated on: 02 Mar 2020, 10:40 PM

नई दिल्‍ली:

उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले सप्ताह जमकर हिंसा हुई थी जिसमें 42 लोग मारे गए थे और लगभग 200 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे. रविवार को एक बार फिर से पश्चिमी दिल्ली के निर्माण विहार इलाके में दंगों की अफवाह फैलाया गया इसके बाद दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध सेल द्वारा ने एक 24 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह व्यक्ति सोशल मीडिया पर अफवाहें फैला रहा था. दिल्ली की साइबर सेल टीम ने  उसका मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है और कथित सोशल मीडिया पोस्ट की पुष्टि उसकी प्रोफाइल से कर ली गई है. 

दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत 10 मामले, दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत 163 मामले और दक्षिण पूर्व जिले में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए धारा 107/151 सीआरपीसी की धारा के तहत 3 मामले दर्ज किए हैं.

आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित जाफराबाद, मौजपुर, गोकलपुरी, खजूरी खास, भजनपुरा और अन्य इलाकों में 45 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 200 अन्य घायल हुए हैं. अनीस पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी जिले के राधाबाड़ी स्थित बीएसएफ कैंप में तैनात हैं. ओडिशा में नक्सल रोधी अभियान ग्रिड में कार्यकाल पूरा होने के बाद हाल में ही उन्हें वहां स्थनांतरित किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ ने अनीस को दिल्ली स्थित बल के कैम्प में स्थानांतरित करने का फैसला किया है ताकि वह अपने परिवार की देखभाल कर सके.

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दिल्ली के पालम-डाबड़ी रोड पर स्थित सुलभ इंटरनेशनल के पास से दंगे की खबर आ रही थी. बताया जा रहा था कि दो गुटों के बीच झड़प हो गई है, जिससे लोगों में भगदड़ मच गई है. इसके अलावा ही महावीर एन्क्लेव की गली नंबर-5 से आगजनी की भी सूचना थी. इसके अलावा ही महावीर एन्क्लेव की गली नंबर- 6, 7, 8, 9 में लोग भाग रहे थे. हालांकि, सिर्फ अफवाहों के कारण लोगों में भगदड़ मची थी, कहीं कोई हिंसा नहीं भड़की हुई है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगों को उस इलाके में जाने से रोका जा रहा था. वहां के लोगों ने इसकी सूचना देने के लिए पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 100, 112 पर फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा.  

पालम में भी शांति व्यवस्था बरकारः पुलिस

पालम पुलिस स्टेशन की पुलिस का कहना है कि दिल्ली में शांति है, कहीं कोई दंगे या हिंसा की खबर नहीं है. लोगों को अफवाहों से बचना चाहिए. वहीं, जमीनी स्तर पर हकीकत देखने पर पता चलता है कि हिंसा की अफवाह फैलते ही लोगों में भगदड़ मच गई, लेकिन मौके पर कोई पुलिसवाला नहीं दिखा. अगर यह अफवाह था तो पुलिस को लोगों के बीच जाकर इसकी सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. नसीरपुर सब्जी मंडी में कुछ दुकानों को जलाने की बात सामने आ रही है. पता चल रहा है कि कई दुकानदारों के साथ भी मारपीट की गई है. हालांकि, अभी तक पुलिस के किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है. नसीरपुर सब्जी मंडी से ये भी खबर आ रहा है कि दंगाइयों ने कई लोगों को भी अपना निशाना बनाया है. हालांकि, इसमें भी कोई सच्चाई नहीं है.

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दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा की इस अफवाह में कई दुकानदार बिना सामान अंदर रखे ही दुकान का शटर गिराकर भाग निकले. आज रविवार था, कई लोग छुट्टी के चलते अपने परिवार के साथ घूमने निकले थे. जब वापस लौटे तो उन्हें घर जाने नहीं दिया गया. हालांकि, बाद में अफवाह के कारण मची अफरातफरी कम होने पर लोग अपने घर गए. इस दौरान लोग अपने रिश्तेदार और नातेदार को फोन कर हालचाल ले रहे थे.

डीसीपी शालिनी सिंह ने कहा- अफवाह में कोई सच्चाई नहीं है

वहीं, पश्चिमी दिल्‍ली की डीसीपी शालिनी सिंह ने ट्वीट कर कहा कि अफवाहें सबसे बड़ी दुश्‍मन होती हैं. ऐसी अफवाह उड़ रही है कि पश्चिमी जिले के ख्‍याला-रघुबीर नगर इलाके में कुछ तनाव है. हालांकि, इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है. सभी शांति बनाए रखें, क्‍योंकि हालात बिल्‍कुल सामान्‍य हैं.

ज्वाइंट सीपी वेस्टर्न रेंज बोले- यह सट्टा रैकेट पर रेड था, जिससे भगदड़ मच गई

ज्वाइंट सीपी वेस्टर्न रेंज के अनुसार, ख्याला इलाके में पुलिस सादे लिबास में सट्टा रैकेट पर रेड मारने गई थी. पुलिस को देख सट्टेबाज भागे तब पुलिस ने भी पीछा किया. इस भागमभाग को देख कुछ लोग भी आसपास भागने लगे. लोगों को लगा हिंसा हो गई है. पुलिस ने स्थिति संभाली और उन्हें तुरंत समझाया कि ये सट्टे की रेड है तब जाकर माहौल शांत हुआ. हालांकि, तब तक दहशत और अफवाह दोनों अपना काम कर गई थी और बाजारों में शटर गिर चुके थे.