दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के वसंत कुंज इलाके में पांच और सात साल के दो भाइयों की मौत के मामले में हत्या का मामला दर्ज किया है, दोनों बच्चों की 30 साल की गमगीन मां ने कहा कि उसके बच्चे मासूम हैं, उन्हें क्यों?
आनंद (7) और आदित्य (5) की दो दिनों के भीतर मौत हो गई, उन्हें वन क्षेत्र के करीब उनके आवास के पास आवारा कुत्तों ने काट लिया था।
लड़कों की मां सुषमा पार्लर में काम करती हैं और अपने परिवार की अकेली कमाने वाली हैं। वह पिछले साल जुलाई में तीन बेटों के साथ वसंत विहार इलाके के पास रुचि विहार की छोटी बस्ती में शिफ्ट हो गई थी।
सुषमा ने कहा, आदित्य किंडरगार्टन का छात्र था जबकि आनंद दूसरी कक्षा में था। अब मेरे पास सिर्फ एक बेटा अंश (9) है। सुषमा ने कहा कि वह अपने पति के साथ नहीं रहती। मेरे बच्चे हमेशा की तरह बाहर खेलने गए थे, जब यह सब हुआ तो वह घर के पास थे। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। अब क्यों और मेरे साथ।
भाई-बहन की चचेरी बहन, सुचित्रा, जो पड़ोस में रहती हैं, वह भी दुखी है और उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम ने कुत्तों के संबंध में उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, प्रशासन को पहली घटना के बाद कार्रवाई करनी चाहिए थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 10 मार्च को अपराह्न् करीब तीन बजे सात साल के बच्चे के लापता होने की सूचना मिली। खोजबीन के बाद आनंद का शव एकांत स्थान पर मिला। पुलिस ने कहा, उसके शरीर पर कई चोट के निशान थे जो किसी जानवर के काटने से लगे थे। बाद में पता चला कि वन क्षेत्र में कई आवारा कुत्ते हैं जो अक्सर बकरियों और सूअरों पर हमला करते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला भी दर्ज किया गया। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने कहा कि दो दिन बाद 12 मार्च को उन्हें एक और बच्चे के लापता होने की एक और शिकायत मिली। बाद में बच्चे की पहचान आनंद के छोटे भाई आदित्य के रूप में हुई। पुलिस को बताया गया कि आदित्य अपने मौसेरे भाई चंदन (24) के साथ जंगल के पास शौच के लिए गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, चंदन आदित्य से कुछ दूरी पर था। कुछ देर बाद जब चंदन वापस लौटा तो उसने आदित्य को घायल हालत में आवारा कुत्तों से घिरा पाया।
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Source : IANS