...जब चार घंटे के इंतजार के बाद बैंक ने थमा दिए 20,000 रुपये के सिक्के

राजधानी दिल्ली के रहने वाले इम्तियाज आलम रुपया निकालने बैंक पहुंचे थे। उन्हें 20,000 रुपये की सख्त जरूरत थी।

राजधानी दिल्ली के रहने वाले इम्तियाज आलम रुपया निकालने बैंक पहुंचे थे। उन्हें 20,000 रुपये की सख्त जरूरत थी।

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vineet kumar
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...जब चार घंटे के इंतजार के बाद बैंक ने थमा दिए 20,000 रुपये के सिक्के

नोटबंदी के बाद 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बदलवाने के लिए बैकों के आगे भीड़ की कहानी इन दिनों आम बात हो गई है। लकिन शुक्रवार को एक शख्स के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

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दिल्ली के रहने वाले इम्तियाज आलम रुपया निकालने बैंक पहुंचे थे। उन्हें 20,000 रुपये की सख्त जरूरत थी। भारी भीड़ के कारण उन्हें करीब चार घंटे कतार में बिताने पड़ा। जब बारी आई तो बड़े नोट की कमी के कारण बैंक ने उन्हें 10-10 रुपये के सिक्के थमा दिए।

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आलम ने बताया कि लाइन में खड़े-खड़े वह थक चुके थे और उनके पास दूसर कोई चारा नहीं था। आलम ने कहा, 'बैंक मैनेजर ने मुझे 10 रुपये के सिक्के देने की बात कहीं। मुझे लगा कि लंबी कतार में खड़ा रहने से बेहतर है कि इसे ही ले लिया जाए।'

देश में कालेधन पर अंकुश लगाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर आधी रात के बाद से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद से कई लोग नकदी संकट से जूझ रहे हैं। बैंकों और एटीएम के आगे भी लंबी कतार है।

Source : News Nation Bureau

ATM demonetization 500 and 1000 note
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