राज कुमार के घर आईटी की टीम
नोटबंदी के बाद कालाधन को सफेद करने का आरोप कई बैंकों के अधिकारियों पर लगा है। एक्सिस बैंक के बाद अब कोटक महिंद्रा बैंक सवालों के घेरे में है। आयकर(आईटी) विभाग ने दिल्ली के केजी मार्ग स्थित ब्रांच पर छापेमारी कर 39 करोड़ रुपये जब्त किये हैं। आईटी ने कई फर्जी खातों का खुलासा किया है।
सूत्रों के मुताबिक राधिका जेम्स नाम की फर्जी कंपनी के अकाउंट में 36.40 करोड़ से अधिक रुपये जमा कराए गए हैं।
इसके ठीक बाद एनसी ज्वेलर्स (एक्सिस बैंक अकाउंट) के खाते में 36.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। जिन खातों में पैसे जमा कराए गए हैं उसका नाम राधिका जेम्स है। इसके तुरंत बाद एनसी ज्वेलर्स के खाते में पैसे जमा कराए गए।
आईटी की छापेमारी में 8 अन्य फर्जी खातों का भी पता चला है। जिसमें 32.25 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि सभी खाते को रमेश चंद और राज कुमार नाम का शख्स हैंडल करता है।
हालांकि कोटक महिंद्रा बैंक ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। बैंक के प्रवक्ता ने कहा, 'दोनों खाताधारकों के KYC में कोई कमियां नहीं है। आयकर विभाग ने ब्रांच मैनेजर से बात की है।'
No KYC deficiencies noted in these 2 customers. IT Dept did question the Branch Manager: Rohit Rao, Kotak Mahindra Bank Spox
— ANI (@ANI_news) December 23, 2016
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जिन 8 फर्जी अकाउंट का पता चला है उसके नाम से 4 डिमांड ड्राफ्ट है। जिसपर आयकर विभाग ने फिलहाल रोक लगा दी है। आयकर विभाग पूरे मामले की जांच कर रही है।
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HIGHLIGHTS
- केजी मार्ग स्थित कोटक मंहिंद्रा बैंक ब्रांच पर आईटी का छापा, बैंक ने दी सफाई
- 39 करोड़ रुपये जब्त, छापेमारी में 9 फर्जी खातों का पता चला
- 2 शख्स रमेश चंद और राज कुमार के नाम पर हैं 9 खाते
Source : News Nation Bureau