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अब सामने आएगा कोरोना वायरस (Corona Virus) से हुई मौतों का असली सच

दिल्‍ली की अरविंद केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस से हुई मौतों के आंकड़ों की जांच के लिए डेथ ऑडिट कमेटी बनाने का फैसला किया है. यह कमेटी हर उस मौत के मामले की जांच करेगी, जिसमें मरीज कोरोना पॉजिटिव होगा.

Updated on: 22 Apr 2020, 12:36 PM

नई दिल्ली:

दिल्‍ली की अरविंद केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस (Corona Virus) से हुई मौतों के आंकड़ों की जांच के लिए डेथ ऑडिट कमेटी (Death Audit Committee) बनाने का फैसला किया है. यह कमेटी हर उस मौत के मामले की जांच करेगी, जिसमें मरीज कोरोना पॉजिटिव होगा. जब यह कमेटी ऑडिट या जांच कर लेगी, उसके बाद ही डेटा जारी किया जाएगा. सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों से कहा गया कि वह ऐसी सभी मौत की जानकारी इस समिति को दें, जो मरीज़ कोरोना पॉजिटिव रहा हो. दिल्‍ली में फिलहाल कोरोना वायरस के 2156 मरीज हो गए हैं, जिसमें से 75 मामले नए हैं.

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दूसरी ओर, दिल्‍ली के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने बताया, निजी डॉक्‍टरों और अस्‍पतालों को भी कोरोना का टेस्‍ट और इलाज करना पड़ेगा. दिल्‍ली सरकार की ओर से कोई गाइडलाइन जारी करने के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा, केंद्र सरकार की गाइडलाइंस हैं. इमर्जेंसी में सबका इलाज करना पड़ेगा. अगर लक्षण आते हैं तो LNJP या कोरोना के दूसरे अस्पतालों में भेज सकते हैं.

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उन्‍होंने कहा, कोरोना वायरस के रैपिड टेस्ट पर केंद्र सरकार ने 2 दिन के लिए रोक लगा दी है. उसके बाद फिर से जांच शुरू होगी. Asymptomatic के बारे में पूछे जाने पर सत्‍येंद्र जैन बोले, यह चिंता का विषय है और संतोष का भी. चिंता का विषय यह है कि ऐसे बहुत सारे लोग हैं और ये दूसरे लोगों को कोरोना फैला सकते हैं. वही संतोष का विषय यह है कि आपको कोरोना हुआ और आप ठीक हो गए. सबसे अच्छा है घर में रहिए.