logo-image

दिल्ली सरकार के विज्ञापन को लेकर विवाद, सिक्किम को बताया अलग देश

कोरोना वायरस (Corona Virus) से पूरा देश लड़ रहा है. लेकिन इसी बीच दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन से विवाद खड़ा हो गया है. दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए गए एक विज्ञापन में सिक्किम को नेपाल और भूटान के साथ अलग देश के तौर पर भारत को बताया गया है. दिल्ली सरकार के इस विज्ञापन की अब आलोचना हो रही है.

Updated on: 23 May 2020, 01:01 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस से पूरा देश लड़ रहा है. लेकिन इसी बीच दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन से विवाद खड़ा हो गया है. दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए गए एक विज्ञापन में सिक्किम को नेपाल और भूटान के साथ अलग देश के तौर पर भारत को बताया गया है. दिल्ली सरकार के इस विज्ञापन की अब आलोचना हो रही है.

बताया जा रहा है कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से सिविल डिफेंस के सदस्यों की भर्ती के लिए अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है. इस विज्ञापन में आवेदन के लिए पात्रता के बारे में बताया गया है. पात्रता के पहले ही कॉलम में बताया गया है कि आवेदक भारत का नागरिक हो या नेपाल, भूटान या सिक्किम की प्रजा हो. नेपाल और भूटान के साथ सिक्किम को अलग दर्शाया गया है.

इस विज्ञापन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी फोटो छपी हुई है. कोरोना वायरस से दिल्ली में हुई मौतों के मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर अरविंद केजरीवाल सरकार है. इस विज्ञापन के बाद अब विपक्षी दलों को हमलावर होने का एक और मौका मिल गया है.

आपको बता दें कि साल 1975 में सिक्किम भारत का अंग बना था. उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ के गठन से पहले यह देश का सबसे नया राज्य हुआ करता था. दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस वालेंटियर्स के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला है.