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Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ पर राजनीति गर्म, आमने-सामने हरियाणा और दिल्ली सरकार

Delhi Flood: दिल्ली में आई बाढ़ ने जहां लोगों के लिए भारी संकट खड़ा कर दिया है, वहीं हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली की तरफ पानी छोड़े जाने को लेकर दोनों सरकारों में आरोप-प्रत्यारोप की दौर जारी है

Updated on: 15 Jul 2023, 02:44 PM

New Delhi:

Delhi Flood:  हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद राजधानी दिल्ली में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति को लेकर शुरू हुई दोषारोपण की राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. हथिनी कुंड से दिल्ली की ओर पानी छोड़ने को लेकर आरोप झेल रही हरियाणा सरकार ने पलटवार किया है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारे प्रदेश में भी तो कहीं और से ही पानी आया लेकिन हम तो दोषारोपण नहीं कर रहे हैं. हम अपने पानी के इंतजाम करने के प्रयास कर रहे हैं. केजरीवाल जी बहुत समझदार हैं, वो पानी का स्वभाव बदल दें... यमुना किनारे हमारे भी जितने गांव और शहर हैं, उनमें भी उतना ही पानी आया है. दिल्ली से पानी निकलने के बाद फिर से हरियाणा में पानी आता है. हम क्या जानबूझकर अपने ज़िलों में पानी छोड़ेंगे.

प्रकाश दलाल ने कहा कि हमारे पास कोई बांध नहीं

हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि हमारे पास कोई बांध नहीं है तो जो पानी आता है वो दिल्ली, आगरा, इलाहाबाद से होते हुए आखिर में समुद्र में जाता है. इसे कौन मोड़ सकता है. अब ये लोग बोल रहे हैं कि पानी को उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की तरफ नहीं भेजा.आम आदमी पार्टी अपने कर्तव्यों से बचने की कोशिश करती है...दिल्ली को डूबाने में जितना योगदान अवैध कब्जों का है, उतना किसी और का नहीं है.

डिमांड के आधार पर काम होता है

हरियाणा यमुनानगर एसडीओ सिंचाई विभाग नवीन रंगा ने कहा कि हमारे पास जैसे ही पानी का लेवल 1 लाख क्यूसेक को पार करता है हम पानी यमुना में छोड़ देते हैं. डिमांड के आधार पर हम काम करते हैं. अभी उनकी डिमांड कम है तो हमने कम पानी छोड़ा है जैसे ही डिमांड बढ़ेगी हम ज्यादा पानी छोड़ देंगे। बाढ़ की स्थिति में हम EYC और WYC के गेट बंद कर देते हैं क्योकि पानी से साथ लकड़ी पत्थर भी बह कर आते हैं जिससे हमारे गेटों को नुकसान पहुंचता है.

अगले 12 घंटो में दिल्ली वालों को राहत मिलेगी

इससे पहले लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने कहा था कि अगले 12 घंटो में दिल्ली वालों को राहत मिलेगी...ये बहुत बड़ा सवाल है कि सारा पानी सिर्फ दिल्ली के लिए क्यों छोड़ा जा रहा था. हथिनीकुंड बराज से जो पानी यूपी और हरियाणा जाता है उसके लिए एक बूंद पानी नहीं छोड़ा गया...हरियाणा को इसका जबाव देना पड़ेगा.