जून माह में जर्मनी के बर्लिन में स्पेशल ओलंपिक वल्र्ड समर गेम्स आयोजित होने जा रहे हैं। इसमें दिल्ली से पांच मानसिक रूप से दिव्यांग लड़कियां और एक महिला कोच भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह सभी खिलाड़ी दिल्ली के सरकारी स्पेशल होम में रहती हैं और वहीं उन्होंने खेल के लिए तैयारी की है।
दिल्ली सरकार के आशा किरन और आशा ज्योति स्पेशल होम ने रहने वाली प्रीति, जुनकी, रेशमा, ममता और मोहाली मानसिक रूप से दिव्यांग हैं। वह बर्लिन स्पेशल ओलंपिक 2023 में बास्केटबॉल, वेटलिफ्टिंग, फुटबॉल और हैंडबॉल खेलों में भाग लेते हुए दमखम दिखाएंगी।
बर्लिन स्पेशल ओलंपिक वल्र्ड समर गेम्स में चयनित हुई दिल्ली की पांचों खिलाड़ी मानसिक रूप से दिव्यांग हैं और वह दिल्ली सरकार के स्पेशल होम में ही रहती हैं। स्पेशल ओलंपिक की टीम में चयनित होने के लिए सभी खिलाड़ियों ने करीब दो साल तक अपने-अपने खेल के लिए लगातार तैयारी जारी रखी है। इसके बाद उन्होंने पिछले साल सबसे पहले राज्य स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और उसमें सफल होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लिया। जहां अच्छा प्रदर्शन कर वह स्पेशल ओलंपिक में खेलने के लिए चयनित हुई हैं।
स्पेशल ओलंपिक में खेलने वाली दिल्ली की तीन खिलाड़ी दिल्ली सरकार के आशा किरन होम, रोहिणी में रहती हैं। बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रीति की उम्र 46 वर्ष है उनका आईक्यू लेवल 64 है।
वेटलिफ्टर जुनकी पहाड़िन की उम्र 22 वर्ष है और आईक्यू लेवल 50 है और फुटबॉल खिलाड़ी रेशमा की उम्र 21 वर्ष है और आईक्यू लेवल 49 है।
इसी तरह दिल्ली के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आशा ज्योति होम निर्मल छाया कॉम्पलेक्स से भी दो खिलाड़ी स्पेशल ओलंपिक में भाग ले रही हैं। जिसमें हैंडबॉल खिलाड़ी ममता की उम्र 31 वर्ष है और आईक्यू लेवल 59 है और बास्केटबॉल खिलाड़ी मोहाली की उम्र 27 वर्ष है और आईक्यू लेवल 44 है। इन खिलाड़ियों के साथ कोच सीमा भी स्पेशन ओलंपिक खेलों में उनके साथ जाएंगी।
पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहीं मोहाली ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मुझे अपने देश का मान बढ़ाने का मौका मिल रहा है, मैं अपने खेल में पूरी मेहनत कर देश के नाम मेडल जीतकर लाऊंगी।
वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी जुनकी ने कहा कि मैंने वेटलिफ्टिंग में डेडलिफ्ट, बेंच प्रेस ओर स्क्वाट सब किया है और 90 किलोग्राम तक वजन उठाया है, मुझे पूरी उम्मीद है कि देश के लिए मेडल जीतूंगी। मैं दिल्ली सरकार के सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करती हूं।
जर्मनी के बर्लिन में 17 से 24 जून तक हो रही अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता (स्पेशल ओलंपिक) में करीब 180 देश के लगभग 7 हजार मानसिक दिव्यांग खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। स्पेशल ओलंपिक में 16 खेलों में भाग लेने के लिए भारत से 198 एथलीट और 57 कोच जाएंगे।
गुरुवार को दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने स्पेशल ओलिंपिक में शिरकत करने जा रही इन खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका उत्सादहवर्धन किया। उन्होंने खिलाड़ियों को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए मिठाई खिलाई और फूलों का गुलदस्ता व तोहफे देकर उन्हें शुभकामनाएं दी।
खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि दिल्ली की इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर केजरीवाल सरकार को गर्व है, दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए दिल्ली सरकार उन्हें अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करेगी। इसी के साथ दिव्यांग खिलाड़ियों का खेलों में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अच्छे खेल स्थान की सुविधा के साथ ही प्रशिक्षण और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
इस अवसर पर खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए राज कुमार आनंद ने लड़कियों से उनकी तैयारी और स्पेशल आहार से जुड़े सवाल पूछे। खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें देश के नाम पदक जीतकर लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
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Source : IANS