दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को एक बड़ी आतंकी साजिश पर्दाफाश करते हुए पाकिस्तान में आईएसआई द्वारा ट्रेंड किए गए दो आतंकवादियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. आतंकी जीशान कमर और आमिर जावेद को दिल्ली पुलिस ने आज यानी बुधवार को पटियाला कोर्ट में पेश किया. स्पेशल सेल ने इनके रिमांड की मांग की. जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी. पटियाला हाउस कोर्ट ने जीशान और आमिर को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस ने रिमांड की मांग करते हुए कोर्ट को बताया कि इन्हें इलाहाबाद ले जाना है. ताकि आतंकी साजिश को लेकर और भी खुलासा हो सके. इससे पहले जान मोहम्मद शेख, ओसामा, मूलचंद और मोहम्मद अबू बकर को 14 दिन की पुलिस हिरासत में कोर्ट ने भेजा है.
कई जगह विस्फोट करने की थी योजना
पुलिस की मानें तो ये आतंकवादी देश में आगामी त्योहारों के दौरान कई विस्फोट करने की योजना बना रहे थे. मंगलवार को स्पेशल सेल ने बताया कि आरोपियों की पहचान जान मोहम्मद शेख (47) उर्फ 'समीर, ओसामा (22), मूलचंद (47), जीशान कमर (28), मोहम्मद अबु बकर (23) और मोहम्मद आमिर जावेद (31) के रूप में की गई है. जिन्हें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया है. ये लोग बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे.
पाकिस्तान से आतंकवादियों के कनेक्शन
पुलिस ने आगे बताया कि पाकिस्तान स्थित अनीस इब्राहिम, जो दाऊद इब्राहिम का भाई है, आतंकी योजना को अंजाम देने के लिए अंडरवर्ल्ड के गुर्गों से जुड़ा था. पाकिस्तान के आतंकी मॉड्यूल को दो घटकों अंडरवर्ल्ड और पाक-आईएसआई प्रशिक्षित आतंकी मॉड्यूल के माध्यम से संचालित किया जा रहा था.
सबके काम बंटे हुए थे
जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर आईईडी, हथियार और हथगोले का इंतजाम कर रहा था. वह अनीस इब्राहिम का सहयोगी है. डी गिरोह के मौजूदा ट्रांसपोर्ट रास्ते का इस्तेमाल किया गया था हथियार को ट्रांसपोर्ट करने के लिए.
बता दें कि समीर का पिछला आपराधिक इतिहास रहा है, वह पहले भी रंगदारी मामले में गिरफ्तार हो चुका है. जब समीर को कोटा से ट्रेन से पकड़ा गया तो वह विस्फोटक लेने के लिए यूपी जा रहा था और फिर उसे वो दिल्ली लेकर आना था.
ओसामा और जीशान ने खुलासा किया है कि आसिफ के साथ कम बातचीत
मस्कट पहुंचने के बाद ओसामा और जीशान का पासपोर्ट हैंडलर से ले लिया गया था, ये उन्होंने पूछताछ के दौरान खुलासा किया है. तीसरे पाकिस्तानी नागरिक पर जिस पर ISI का आतंकवादी होने का संदेह है, उसकी पहचान आसिफ के रूप में की गई है. ओसामा और जीशान ने खुलासा किया है कि आसिफ के साथ उनकी बातचीत बेहद कम थी.
ब्लास्ट करने की दी गई थी ट्रेनिंग
ट्रेनिंग के दौरान भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ब्लास्ट को कैसे अंजाम दिया जाए, इस बात की ट्रेनिंग दी गई. इसके साथ मे रोजमर्रा में घर मे इस्तेमाल होने वाली चीजों से कैसे आतंक फैलाया जाए या आगजनी की जाए इसकी ट्रेनिंग दी गई थी. जीशान और ओसामा हथियारों को चलाना नहीं जानते थे, इसलिए उन्हें एके-47 को चलाना सिखाया गया. ट्रेनिंग खत्म होने के बाद, उन्हें उनके पासपोर्ट वापस दे दिये गए और उन्हें वापस मस्कट भेज दिया गया.
HIGHLIGHTS
- कोर्ट ने पकड़े गए छह आतंकवादियों को भेजा पुलिस रिमांड पर
- देश के कई हिस्सों में विस्फोट करने की रच रहे थे साजिश
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलग-अलग जगह से किया गिरफ्तार
Source : News Nation Bureau