दिल्ली की आम आदमी पार्टी एक नई मुसिबत में फंसती हुई दिख रही है। मुख्य सचिव के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल के सामने कथित तौर पर बदसलूकी के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
दिल्ली IAS असोसिएशन की हड़ताल के बाद सचिवालय में कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया है।
हंगामे के दौरान दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन के साथ कर्मचारियों ने सचिवालय के पहले फ्लोर पर धक्कामुक्की करने की कोशिश की। इसमें मंत्री हुसैन के एक सहयोगी को चोट लगने की खबरें हैं।
हालात को देखते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता आशीष खेतान के बुलावे पर सचिवालय में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। खेतान के मुताबिक उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मदद की अपील की थी, लेकिन उनका कहना है कि उन्हे जवाब मिला कि वह गृह मंत्री व्यस्त हैं।
I just received a call from Hon'ble HM @rajnathsingh ji's office. I have been told that HM is very busy and he wont be able to meet me.
— Ashish Khetan (@AashishKhetan) February 20, 2018
आशीष खेतान ने आरोप लगाया कि सचिवालय में मंत्री इमरान हुसैन के साथ मारपीट की गई. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली सचिवालय जहां से सरकार चलती है, जहां पर CM बैठते हैं, वहां दिल्ली पुलिस द्वारा उन गुंडों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।
इससे पहले राज्य के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने AAP के विधायक पर सीएम हाउस में अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने आगे बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के हुजूम ने मारो-मारो की नारेबाजी की
अंशु प्रकाश के आरोपों को दिल्ली सरकार की तरफ से खारि्ज कर दिया गया और इस मामले में अंशु प्रकाश के खिलाफ संगम विहार थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
इस मामले के बाद विपक्ष ने भी आप सरकार को निशाने पर लिया। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट करते हुए इस घटनाक्रम को शर्मनाक बताया और इसे शहरी नक्सलवाद करार दिया।
कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अद्यक्ष अजय माकन ने भी इस मुद्दे को शर्मानक बताया।