दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए मंगलवार को पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है।
अंशु प्रकाश ने इसे आप विधायकों की साजिश करार दी है और दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। मुख्य सचिव ने मंगलवार को हुए दिल्ली सरकार के कैबिनेट बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया।
मुख्य सचिव ने शिकायत में लिखा है कि सोमवार रात 12 बजे मीटिंग में आने के लिए उन पर दवाब बनाया गया, इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य सलाहकार वी के जैन ने जानकारी दी थी।
अंशु प्रकाश के मुताबिक, उन्हें आप सरकार के तीन साल पूरे होने पर जारी किए जाने वाले टीवी विज्ञापन के बारे में बातचीत करने के लिेए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि मीटिंग 20 फरवरी की सुबह भी हो सकती है।
उन्होंने लिखा है, 'लेकिन मुख्य सलाहकार के द्वारा बार-बार फोनकर उन्हें 12 बजे रात को बुलाया गया। इससे पहले मैंने उपमुख्यमंत्री से भी विज्ञापन के इसी मामले में बात की थी।
शिकायत में मुख्य सचिव ने आगे लिखा है, 'जब मुख्यमंत्री के घर पहुंचे तो उनके अलावा मनीष सिसोदिया और 11 अन्य लोग मौजूद थे जिन्हें केजरीवाल आप विधायक बता रहे थे। केजरीवाल ने मुझे विज्ञापन के प्रसारण में हुई देरी के कारणों के बारे में विधायकों को बताने कहा।'
अंशु ने कहा है कि जब वे बता ही रहे थे उसी वक्त आप के विधायक अमानतुल्ला खां ने उन पर हाथ छोड़ दिया और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाने की धमकी देने लगे।
अंशु की शिकायत के मुताबिक उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई लेकिन वे किसी तरह उस कमरे से निकलकर अपनी गाड़ी तक पहुंच गए। उन्होंने लिखा है कि वहां बैठे किसी व्यक्ति ने उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की।
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने मुख्य सचिव के इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि मुख्य सचिव ने विधायकों के लिए बुरे शब्दों का इस्तेमाल किया। साथ ही कहा कि आप नेताओं के साथ ही मारपीट की गई है।
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पार्टी नेता आशीष खेतान ने कहा, 'आप के एक मंत्री सहित अन्य नेताओं के साथ मारपीट की गई। 150 लोगों की भीड़ ने सचिवालय के दूसरे फ्लोर पर घेर लिया और हाथापाई की।'
दिल्ली में आईएएस एसोसिएशन ने भी उप राज्यपाल अनिल बैजल से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई और दावा किया कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ 'मारपीट' और 'बदसलूकी' की गई। उन्होंने इस घटना को 'सुनियोजित आपराधिक साजिश' करार दिया।
आईएएस एसोसिएशन ने इस घटना के विरोध में राजधानी में कामकाज ठप करने की धमकी दी है।
इस घटना के सामने आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में न्याय होगा। उन्होंने कहा कि इस घटना से आहत हूं, सरकारी सेवकों को सम्मान और बिना भय के काम करने देना चाहिए।
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Source : News Nation Bureau