एम्स के रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। यहां के डॉक्टर एक फैकल्टी सदस्य को हटाने की मांग कर रहे हैं जिन पर एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दुर्व्यहार करने का आरोप है।
आरोप है कि एम्स के आरपी सेंटर के चीफ ने अपने एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मारा है। रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ी हुई है, जबकि प्रशासन का कहना है कि बिना जांच के कोई ऐक्शन नहीं लिया जा सकता।
आरडीए ने एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया को एक पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि सीनियर डॉक्टर ने सीनियर रेजिडेंट को नर्सिंग स्टाफ, सहकर्मियों और अन्य लोगों के सामने थप्पड़ मारा। इसके बाद से रेजिडेंट डॉक्टर आहत है और अपने घर चला गया है।
रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट डॉक्टर हरजीत सिंह भट्टी ने कहा कि यह जानकारी मुझे आज मिली है। लेकिन यह मामला बुधवार की सुबह का है। मामला कुछ भी हो, लेकिन किसी पर हाथ उठाना बर्दाश्त से बाहर की बात है। पीड़ित डॉक्टर सदमे में है। हमने डायरेक्टर से मिलकर बात की, शिकायत भी दी है। लेकिन उनका कहना था कि अभी किसी को हटा नहीं सकते, लेकिन जांच की बात कही है।
डॉक्टर भट्टी ने कहा कि जब तक वह पद से हटेंगे नहीं जांच कैसे हो पाएगी, प्रशासन लाचार दिख रही है। इसलिए हमने हड़ताल का ऐलान कर दिया है और अब केवल इमरजेंसी सेवा ही चलेगी, बाकी इलाज की सारी सुविधा रोक दी गई है।
आरडीए ने कहा, हमलोग सिर्फ इमरजेंसी और आईसीयू सेवा चालू रखे हुए हैं। हड़ताल तब तक जारी रहेगी जबतक फैकल्टी डॉक्टर को उनके पद से हटा न दिया जाए।
मीडिया रिपोर्टो की मानें तो आरडीए ने डॉ. अतुल कुमार से एक लिखित माफीनामे की भी मांग की है।
आरडीए ने अपने बयान में कहा, घटना 25 अप्रैल की है जिसमें एक फैकल्टी सदस्य ने एक रेजिडेंट डॉक्टर को थप्पर मार दिया हालांकि तुरंत बाद आरोपी डॉक्टर ने माफी मांग ली लेकिन लिखित माफीनामे की मांग को लेकर हड़ताल जारी है। इस कारण अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं।
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Source : News Nation Bureau