लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पीएम मोदी से मुलाकात करने पहुंचे. इससे पहले रक्षामंत्री ने ट्वीट कर कहा था कि गालवान में सैनिकों की शहादत परेशान करने वाली और दर्दनाक है. हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता को कर्तव्य की पंक्ति में प्रदर्शित किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया. राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा. राष्ट्र शहीदों के परिवारों के साथ कठिन घड़ी में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. हमें भारत की वीरता के शौर्य और साहस पर गर्व है.
मंगलवार को की थी मुलाकात
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पीएम आवास पर गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) साथ एक अहम बैठक की. बैठक में प्रधानमंत्री को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई. इससे पहले सेना के तीनों अंगों के मुखिया ने रक्षा मंत्री को हालात से अवगत कराया था.
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उसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को पूरे हालात से अवगत कराया. बैठक में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की झड़प में शहीद होने के बाद के हालात पर चर्चा हुई.
राजनाथ पर राहुल गांधी का निशाना
कांग्रेस ने लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान में ‘चीन का उल्लेख नहीं होने’ पर बुधवार को उन पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि अगर यह (शहादत) बहुत पीड़ादायक था तो फिर आपने अपने ट्वीट में चीन का नाम क्यों नहीं लिया? दुख जताने में दो दिन का समय क्यों लगा?. जब हमारे जवान शहीद हो रहे थे तो आपने रैलियां क्यों संबोधित कीं? आप क्यों छिप गए और ‘क्रोनी मीडिया’ द्वारा सेना को जिम्मेदार ठहराने दिया?
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कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राजनाथ सिंह के ट्वीट पर कहा कि काश, ‘जन संवाद’ रैलियों व विपक्षी सरकारें गिराने से समय निकाल मोदी जी व आप ने देश की सुरक्षा की सुध ली होती तो चीन कभी यह दुस्साहस नहीं कर सकता था. अब तो ट्विटर से बाहर आ चुप्पी तोड़िए. और प्रधानमंत्री जी कब कुछ कहेंगे?
Source : News Nation Bureau