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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया कंफर्म, कश्मीर मुद्दे पर नहीं हुई प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की कोई बात

इसी साल जून में हुई थी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात.

Updated on: 24 Jul 2019, 12:49 PM

highlights

  • कश्मीर मुद्दे पर रक्षा मंत्री ने माना कश्मीर मुद्दे पर नहीं हुई अमेरिकी राष्ट्रपति से कोई बात.
  • अमेरिका कश्मीर मुद्दे को दो देशों के बीच का ही मुद्दा मानती है.
  • अमेरिकी राष्ट्रपति और पीएम मोदी की जून में हुई थी मुलाकात.

नई दिल्ली:

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath singh) ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) के कश्मीर मध्यस्थता के दावे (Kashmir Mediation Issue) पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने लोकसभा में स्वीकार किया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रम्प ने जून में बात की थी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इसका कश्मीर के लिए कुछ भी नहीं था. जैसा कि एस जयशंकर जी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प और पीएम मोदी की बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. कश्मीर मुद्दे में मध्यस्थता का कोई सवाल नहीं है क्योंकि यह शिमला समझौते के खिलाफ होगा. अधीर रंजन चौधरी की अगुवाई में कांग्रेस ने सदन में पीएम मोदी के बयान पर विपक्ष के जोर देने के कारण वॉकआउट किया.

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एक दिन पहले मंगलवार को, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में ट्रम्प के दावे का स्पष्ट रूप से खंडन किया. जयशंकर ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहूंगा कि ऐसा कोई अनुरोध पीएम मोदी ने नहीं किया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह भारत की सुसंगत स्थिति रही है कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर द्विपक्षीय रूप से चर्चा की जाती है. पाकिस्तान के साथ किसी भी जुड़ाव से पहले पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि" शिमला समझौता और लाहौर घोषणा भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करने का आधार प्रदान करती है.

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भारत के विरोध के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग ने मंगलवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक "द्विपक्षीय" मुद्दा है, और अमेरिका दोनों देशों का "वार्ता के लिए" बैठक का स्वागत करता है. यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ "निरंतर और अपरिवर्तनीय" कदम उठा रहा है और जल्द ही भारत के साथ शांति से बैठक करेगा. 

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डोनाल्ड ट्रम्प ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की क्योंकि वह पहली बार व्हाइट हाउस में प्रधान मंत्री इमरान खान से मिले थे, उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनसे कश्मीर मुद्दे पर मदद करने के लिए कहा है. ट्रम्प ने कहा कि वह मदद करने के लिए तैयार हैं.