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fugitive arms dealer Sanjay Bhandari
हथियार विक्रेता संजय भंडारी पर मोदी सरकार ने शिकंजा कसा है. रक्षा मंत्रालय ने अगले आदेश तक भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी के विदेशी फर्म ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड और इससे जुड़ी हुई सभी ग्रुप कंपनियों और दफ्तरों से होने वाले लेनदेन बंद कर दिया है. संजय भंडारी के फर्मों पर कई भ्रष्टाचार के आरोप हैं. रक्षा मंत्रालय के अगले आदेश तक फर्म पर रोक लगी रहेगी.
Ministry of Defence has banned all transactions and dealings with fugitive arms dealer Sanjay Bhandari’s firm Offset India Solutions (P) Ltd & its Group Companies/functionaries until further orders. There are multiple allegations of corruption against his firms. pic.twitter.com/sRPZImq5ID
— ANI (@ANI) June 11, 2019
बता दें कि राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा और बिचौलिए व हथियार विक्रेता संजय भंडारी के सांठगांठ का आरोप लगा है. बीजेपी का कहना है कि दोनों की सांठगांठ की वजह से 2012 में राफेल सौदा रद्द हुआ था. वाड्रा से निकट संबंध रखने वाले भंडारी ने 2008 में ऑफसेट इंडिया सोल्यूशन(ओआईएस) कंपनी बनाई और उसने राफॉट के साथ संयुक्त उपक्रम गठित किया. उसने पीछे के दरवाजे से राफेल विमान के ऑफसेट क्लॉज में प्रवेश करने का प्रयास किया.
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बीजेपी के नेता संबित पात्रा के मुताबिक ब भाजपा सरकार 2014 में सत्ता में आई, भंडारी के विरुद्ध जांच शुरू किया हुई. 2016 में भंडारी के 18 परिसरों पर छापे मारे गए, जहां से कई गोपनीय दस्तावेज जब्त किए गए. जिसके बाद भंडारी की कंपनी को भारत सरकार ने काली सूची में भी डाल दिया गया.
(इनपुट IANS)
Source : News Nation Bureau