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मोदी सरकार के चार साल: सीतारमण ने फिर दी सफाई, कहा-राफेल डील में नहीं हुआ कोई घोटाला, आरोप राजनीति प्रेरित

राफेल डील में घोटाले के आरोपों को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिरे से खारिज कर दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा राफेल लड़ाकू विमान सौदे में कोई 'घोटाला' नहीं हुआ है और ऐसे आरोपों राजनीति से प्रेरित हैं।

Updated on: 05 Jun 2018, 08:49 PM

highlights

  • राफेल डील में घोटाले के आरोपों को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिरे से खारिज कर दिया है
  • रक्षा मंत्री ने कहा राफेल लड़ाकू विमान सौदे में कोई 'घोटाला' नहीं हुआ है और ऐसे आरोपों राजनीति से प्रेरित हैं

नई दिल्ली:

राफेल डील में घोटाले के आरोपों को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिरे से खारिज कर दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा राफेल लड़ाकू विमान सौदे में कोई 'घोटाला' नहीं हुआ है और ऐसे आरोपों राजनीति से प्रेरित हैं।

कांग्रेस का नाम लिए बिना सीतारमण ने कहा कि कीमतों को लेकर 'गलत तुलना' की गई है।

उन्होंने कहा, 'वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में मैं आपको यह बताना चाहती हूं कि राफेल में कोई घोटाला नहीं हुआ है। हम इस बारे में बिलकुल स्पष्ट है।'

एनडीए सरकार के चार साल कार्यकाल पूरा होने के मौके पर वह मीडिया को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे।

सीतारमण ने कहा कि रक्षा मंत्रालय के किसी भी अधिकारी के खिलाफ पिछले चार साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का कोई आरोप सामने नहीं आया है।

भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के 58,000 रुपये की लागत वाले रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके तहत 36 विमानों को खरीदा जाना है। इन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति सितंबर 2019 से शुरू होगी।

कांग्रेस इस डील को लेकर समय-समय पर सवाल उठाते रही है। पार्टी ने बीजेपी पर इस डील के जरिए देश के राष्ट्रीय हितों और सुरक्षा को दांव पर लगाए जाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस का आरोप है कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत को यह डील महंगी पड़ी है। हालांकि केंद्र सरकार ने समय-समय पर इन आरोपों को खारिज किया है।

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