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रूस पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, करेंगे रूसी हथियारों की जल्द डिलीवरी की अपील

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजनाथ सिंह सोमवार को ही रूस पहुंचे हैं. आज यानी मंगलवार से वह बातचीत का सिलसिला शुरू करेंगे और बुधवार को विक्ट्री डे परेड में शिरकत करेंगे.

Updated on: 23 Jun 2020, 12:48 PM

नई दिल्ली:

भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस पहुंच गए हैं. राजनाथ सिंह बुधवार को रूस में होने वाली विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे. हालांकि रूस जाने का उनका केवल यही एक कारण नहीं है. दरअसल इसी दौरे में राजनाथ सिंह रूस से रूसी हथियारों की जल्द डिलीवरी करने को कहेंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजनाथ सिंह सोमवार को ही रूस पहुंचे हैं. आज यानी मंगलवार से वह बातचीत का सिलसिला शुरू करेंगे और बुधवार को विक्ट्री डे परेड में शिरकत करेंगे.

भारत, रूस का काफी पुराना दोस्त रहा है और आज भी कई महत्वपूर्ण हथियार रूस से ही खरीदता आया है. ऐसे में माना जा रहा है कि भारत, रूस से S-400 डिफेंस सिस्टम, सुखोई-30 MKIs, मिग-29 की जल्द डिलीवरी की अपील की जा सकता है. राजनाथ सिंह अपील कर सकते हैं कि हथियारों की डिलीवरी हवाई मार्ग से जल्द से जल्द करवा दी जाए ताकी जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके.

बता दें, राजनाथ सिंह ऐसे समय में रूसी दौरे पर गए हैं जब भारत-चीन के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और भारत और चीन दोनों ने ही अपनी-अपनी सीमाओं में स्थित एय़रबेस (Air Base) पर उन्नत लड़ाकू विमानों समेत हेलीकॉप्टर और अन्य सैन्य साज-ओ-सामान जमाना शुरू कर दिया है. ठंडा-गर्म वाले इस माहौल में बीजिंग-नई दिल्ली प्रशासन आरोप-प्रत्यारोप के बीच बयानबाजी जारी रखे हुए हैं.

भारतीय इलाके में माउंटेन फोर्स तैनात

गलवान घाटी के पीपी 14 क्षेत्र में 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों की सेनाएं अपने आप को मजबूत करने में लगी हैं. चीन की सेना पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने एलएसी पर आर्टिलरी और टैंक की संख्या बढ़ाई है, तो वहीं भारत की सेना भी पूरी तरह से तैयार है और तैनाती मजबूत कर दी है. भारत ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए चीन से सटी 3.488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी उच्च प्रशिक्षित माउंटेन फोर्स की भी तैनात कर दी है. यह बटालियन ऊंचाई पर सामरिक लिहाज से चुनौतीपूर्ण स्थितियों के अनुरूप प्रशिक्षित की गई है.