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Tawang: संसद में राजनाथ सिंह के बयान के बाद अब चीन की आई प्रतिक्रिया

Defence Minister Rajnath Singh on Tawang Incident in Loksabha: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि सीमा पर हमारे जवानों ने...

Updated on: 13 Dec 2022, 03:36 PM

highlights

  • राजनाथ सिंह ने लोकसभा में रखा सरकार का पक्ष
  • हमारी तरफ से कोई जवान गंभीर रूप से घायल नहीं
  • चीन के सामने कूटनीतिक स्तर पर भी उठाई गई बात

नई दिल्ली:

Defence Minister Rajnath Singh on Tawang Incident in Loksabha: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि सीमा पर हमारे जवानों ने बेहद बहादुरी ने चीनी सैनिकों को न सिर्फ मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उन्हें उलटे पांव लौटने पर मजबूर भी कर दिया. रक्षा मंत्री ने बताया कि भारत का एक भी सैनिक न तो गंभीर रूप से घायल हुआ और न ही कोई शहीद हुआ. रक्षा मंत्री ने कहा कि इस झड़प के बाद दोनों पक्षों की ओर से फ्लैग मीटिंग हुई, और फिर दोनों पक्ष अपने पूर्व स्थान पर वापस चले गए. रक्षा मंत्री ने लोकसभा में 12 बजे अपना बयान दिया, तो राज्यसभा में 12.30 बजे के बाद. अब इस मामले में चीन की भी प्रतिक्रिया आई है. चीन ने कहा है कि हिंसक घटना की रिपोर्ट्स के बाद स्थिति भारत सीमा पर ‘स्थिर’ है. दोनों तरफ से राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर मामलों को सुलझाया जा रहा है.

चीनी पक्ष के सामने कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया मुद्दा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने लोकसभा में कहा कि 9 दिसंबर की घटना के बाद स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया. इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है.  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं. मुझे विश्वास है कि यह सदन हमारी सेनाओं की वीरता और साहस को एक स्वर से समर्थन देगा.

सुबह की थी अहम बैठक

इससे पहले, उन्होंने सुबह इस मामले में दिल्ली में अहम बैठक की. इस बैठक में सीडीएस जनरल (रि) अनिल चौहान के साथ ही तीनों सेना के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया और तवांग में चल रही गतिविधियों पर अपनी बात रखी. उन्होंने सेना की तैयारियों को भी रक्षामंत्री को ब्रीफ किया. बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और सेना प्रमुख मनोज पांडे ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी.