कंबाइंड कमांडर्स सम्मेलन में शामिल हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सैन्य तैयारियों की समीक्षा की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने केवड़िया में कंबाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस सम्मेलन में पहली बार जवान और जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) भी शिरकत कर रहे हैं.
highlights
- केवड़िया में कंबाइंड कमांडर्स सम्मेलन
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए
- राजनाथ ने सैन्य तैयारियों की समीक्षा की
केवड़िया:
गुजरात (Gujarat) के केवड़िया में सेना के तीनों अंगों के शीर्ष अधिकारियों के सम्मेलन (Combined Commanders Conference) का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन में देश के संयुक्त शीर्ष स्तर का सैन्य नेतृत्व सशस्त्र बलों की सुरक्षा स्थिति और रक्षा तैयारियों की समीक्षा कर रहा है. तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान भविष्य के लिए संयुक्त सैन्य दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रासंगिक संगठनात्मक मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहा है. इस सम्मेलन में पहली बार जवान और जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) भी शिरकत कर रहे हैं. सम्मेलन के दूसरे दिन यानी आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने केवड़िया में कंबाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया.
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राजनाथ सिंह ने सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की और सैन्य तैयारियों की समीक्षा भी की. इस सम्मेलन में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, थल सेना अध्यक्ष एम एम नरवणे, वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया, नौ सेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और रक्षा मंत्रालय तथा सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शनिवार को शीर्ष सैन्य अधिकारियों के इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे. सम्मेलन का कल आखिरी दिन है.
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रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पूर्व की तुलना में इस वर्ष सम्मेलन एक बड़ा बदलाव हो रहा है. इस साल सम्मेलन के दायरे का विस्तार किया गया है. इससे तीनों सेनाओं से लगभग 30 अधिकारियों और विभिन्न रैंकों के सैनिकों की बहुस्तरीय, इंटरैक्टिव, अनौपचारिक और सूचित भागीदारी हो रही है. मुख्य रुप से सशस्त्र बलों के लिए प्रासंगिक मुद्दों और राष्ट्र निर्माण में इनकी भूमिका पर चर्चा और विचार-विमर्श की श्रृंखला को समाहित किया गया है, साथ ही सैन्य कर्मियों की बहुस्तरीय भागीदारी के अलावा वरिष्ठतम राजनीतिक और नौकरशाही से जुड़े अधिकारियों की भागीदारी शामिल है.
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शीर्ष सैन्य अधिकारियों का यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सेनाओं के पीछे हटने को लेकर लगातार बातचीत जारी हैं. गत वर्ष पांच मई को भारत और चीनी सेनाओं के बीच सीमा को लेकर गतिरोध आरंभ हुआ था. इसी साल 11 फरवरी को राजनाथ सिंह ने संसद में घोषणा की थी कि भारत और चीन सेनाओं को चरणबद्ध तरीके से पीछे हटाने पर सहमत हो गए हैं.
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