परमाणु बम के 'पहले इस्तेमाल' पर पर्रिकर की फिसली जुबान, सरकार ने किया किनारा

पर्रिकर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर बनाए गए सिद्धांत (पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति) की वजह से हमारी ताकत कमजोर पड़ जाती है।

पर्रिकर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर बनाए गए सिद्धांत (पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति) की वजह से हमारी ताकत कमजोर पड़ जाती है।

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Abhishek Parashar
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परमाणु बम के 'पहले इस्तेमाल' पर पर्रिकर की फिसली जुबान, सरकार ने किया किनारा

परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। पर्रिकर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर बनाए गए सिद्धांत (पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति) की वजह से हमारी ताकत कमजोर पड़ जाती है।

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पर्रिकर ने कहा, 'अगर लिखे गए सिद्धांत पर आप टिके होते हैं तो मुझे लगता है कि आप अपनी ताकत कम कर रहे होते हैं।' उन्होंने कहा, 'मुझे कहना चाहिए कि हम एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं और मैं इसका इस्तेमाल गैर जिम्मेदार तरीके से नहीं करूंगा।'

 भारत परमाणु हथियारों के मामले में पहले इस्तेमाल नहीं करने के सिद्धांत का पालन करता है। इसका यह मतलब है कि भारत कभी भी किसी देश के खिलाफ पहले परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं करेगा और साथ ही उन देशों के खिलाफ भी परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं करेगा जो परमाणु शक्ति से विहीन है। हालांकि पर्रिकर ने तत्काल इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि यह उनका निजी विचार है और सरकार की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 

पर्रिकर के बयान के बाद रक्षा मंत्रालय ने हरकत में आते हुए उनके बयान से किनारा कर लिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पर्रिकर का बयान उनका निजी विचार है और यह भारत की आधिकारिक नीति नहीं है। मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, 'जो उन्होंने कहा उसका मतलब यह है कि भारत एक जिम्मेदार शक्ति है और उसे पहले इस्तेमाल की बहस में नहीं पड़ना चाहिए।'

Manohar Parrikar No first use policy
      
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