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उत्तराखंड चुनाव के इतिहास में पहली बार महिलाओं पर दांव खेलेगी कांग्रेस : दीपिका पांडे

उत्तराखंड चुनाव के इतिहास में पहली बार महिलाओं पर दांव खेलेगी कांग्रेस : दीपिका पांडे

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IANS
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Deepika Pandey,

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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उत्तराखंड में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे के 40 फीसदी महिलाओं को उम्मीदवार बनाने के फॉमूर्ला अपनाने के संकेत दिए जाने के बाद उत्तराखंड में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। प्रदेश की प्रभारी दीपिका पांडे सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के दौरान जिताऊ उम्मीदवार के साथ-साथ महिला और युवा उम्मीदवारों को तरजीह दी जाएगी। हालांकि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद से ही अभी तक का इतिहास में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस करीब 8 सीटों पर महिला उम्मीदवारों और बीजेपी भी 5-6 सीटों पर महिलाओं पर दांव खेलती रही है। ऐसे में अब कांग्रेस का यह फैसला एक बड़ा उलटफेर करने वाला माना जा रहा है।

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस साल जून में ही झारखंड की विधायक दीपिका पांडे सिंह को उत्तराखंड का सह प्रभारी नियुक्त किया था। दीपिका पांडे अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की महासचिव रह चुकी हैं।

पेश है उनसे बातचीत के अंश,

सवाल- उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में कांग्रेस की क्या कुछ तैयारी है? हाल ही में उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई, बैठक में क्या फैसले लिए गए? क्या लगता है आपको जल्द से जल्द उम्मीदवारों का चयन हो पाएगा।

जवाब- उत्तराखंड में लगातार हम लोग, डेढ़ साल से चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। तमाम वरिष्ठ नेता अपने संगठन को मजबूत करने की तैयारी में जुटे है। हम लोगों ने संगठन के वह सारे काम को करने की पूरी तैयारी की है जो चुनाव के लिए हमारे पास होनी चाहिए। आप देख रहे होंगे कि हमने हर जिले में ऑब्जर्वर्स भेजे हैं। इसके बाद पार्टी ने स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक की, जो कि बेहतर उम्मीदवार की टिकट के फैसले के लिए की गई है। इस पूरी प्रक्रिया को किस तरीके से किया जाए, इसके लिए ऐसा पहली बार हुआ कि कैपिटल हेड क्वार्टर में जाकर बैठक की गई है।

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सभी मेंबर पीसीसी के सदस्यों के साथ बैठे और वहां के संगठन के तमाम लोगों से बातचीत की गई है। मुझे लगता है कि चाहे मुद्दों के लिए लड़ाई लड़ने की बात हो, चाहे गांव गांव तक न्याय प्रवास के द्वारा जाने की बात हो, हम सभी लोगों ने दो से 3 दिन का न्याय प्रवास कार्यक्रम, पार्टी के वरिष्ठ नेता से लेकर, जिला के पदाधिकारियों ने भी प्रवास किया। उन्होंने गांव में समय बिताया वहां के लोगों से इशूज समझे। उत्तराखंड की हालत अभी यह है कि लोग परिवर्तन चाहते हैं और वह बहुत उम्मीद से कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं और मुझे लगता है कि उत्तराखंड की जनता की इच्छा के अनुरूप हम उसको पूरा करने में सफल होंगे।

सवाल- कांग्रेस के तहत-तरह की गुटबाजी की बातें सामने निकल के आ रही हैं। पंजाब में, राजस्थान में और कहीं न कहीं उत्तराखंड में भी हरीश रावत और प्रीतम सिंह के बीच में गुटबाजी के कुछ बातें हैं। वह भी सामने आईं। उससे कैसे कांग्रेस पार पाएगी?

जवाब- ऐसा है कि पार्टी में गुटबाजी से ज्यादा देश के सामने बहुत गंभीर मुद्दे हैं। देश के सामने महंगाई का मुद्दा है, देश के सामने बेरोजगारी का मुद्दा है। उत्तराखंड की हम बात कर ले। तो वहां पलायन का मुद्दा है, पर्यावरण का मुद्दा है, वहां के जितने भी अनुबंधित कर्मी हैं या सरकारी कर्मचारी हैं वह परेशान रहे थे। वह संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में गुटबाजी का मुद्दा तो होना ही नहीं चाहिए। कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र है इस पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए और इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। उत्तराखंड में शिक्षित परिवारों और उनके शिक्षित बच्चों को आज रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इंजीनियर और बीएड की पढ़ाई पढ़े हुए युवा, आज बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के लिए यह मुद्दा बेहद अहम है। मेरा निवेदन है यह मुद्दे होने चाहिए, गुटबाजी पर सवाल उठाना नहीं।

सवाल- आप महिला है और उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रभारी प्रियंका गांधी ने महिलाओं को 40 परसेंट उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया है। उत्तराखंड की आप सह-प्रभारी हैं, ऐसे में उम्मीदवारों के चयन का क्या क्राइटेरिया रहेगा ? क्या चयन प्रक्रिया में मेहनत करने वाले उम्मीदवार देखे जाएंगे या फिर महिलाओं को टिकट दी जाएगी युवाओं को तरजीह दी जाएगी, किस तरीके से सेलेक्शन होगा?

जवाब- ये बहुत ही उत्साहवर्धक है। मैं खुद महिला हूँ। मुझे भी बहुत अच्छा लगा कि यूपी में इस तरह की पहल की जाएगी और मुझे पूरा भरोसा है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में राज्य में महिलाओं के लिए और विशेष काम किए जाएंगे। आज उत्तराखंड की चुनाव की तैयारी में जब हम है तो जरूर सशक्त महिलाओं को चुनाव लड़ाने का काम किया जाएगा। युवाओं को काफी मौके दिए जाएंगे और एक पूरा प्रयास रहेगा कि जितने हमारे जीतने वाले कैंडिडेट हैं। उनके साथ पार्टी संगठन सदस्य खड़े रहे।

सवाल - अब जब चुनाव के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में कांग्रेस के मेनिफेस्टो में क्या कुछ वादे किए जाएंगे? कौन से इशूज हैं जिनको उठाकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी?

जवाब- मेनिफेस्टो पर हमारा काम बहुत जमीनी स्तर तक पहुंच चुका है। हमारे तमाम लीडर जो गांव-गांव, कांग्रेस के कार्यक्रम के माध्यम से गांव में पहुंचे और वह इंडिविजुअल हो या सामाजिक संगठन से हो या कर्मचारियों से हो, युवाओं से चौपाल लगाकर बात की गई। महिलाओं से चौपाल लगाकर बात की गई। उत्तराखंड में जो समस्या है, आज हमारे सामने है और मेनिफेस्टो से जुड़े अन्य कंसल्टेशन जैसे- समाज से जुड़े जो लोग, एक्सपोर्ट हैं, उन सभी से हम बात करने की कोशिश कर रहे हैं। काम कर रहे हैं, डॉक्टर से बात हो रहे है। अभी हर दिन समाज के हर वर्ग से, हम उनका ओपिनियन क्या है। कांग्रेस से जो उम्मीद है, क्या चाहते हैं। ये जानने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि जब सरकार आए, जनता की जब सरकार आये तो उसे कैसे करना है। इसके लिए हमारा अभी से इंटरेक्शन चल रहा है। समय पर हम लोग मेनिफेस्टो भी लॉन्च करेंगे, लेकिन मोटे तौर पर मैं आपको कह सकती हूँ कि देश के अन्य राज्यों की तरह महंगाई और बेरोजगारी एक बहुत गंभीर मुद्दा है। पूरे देश के लिए नहीं बल्कि उत्तराखंड के लिए भी। राज्य में पलायन, शिक्षा, चिकित्सा एक बड़ा मुद्दा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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