Exclusive: कोरोना काल से लेकर आतंकवाद पर चर्चा तक, ओम बिरला से खास बातचीत
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla)से न्यूज नेशन ने खास बातचीत की. दीपक चौरसिया ने ओम बिरला से कोरोना, आतंकवाद और लोकसभा की कार्रवाई को लेकर बातचीत की.
नई दिल्ली :
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla)से न्यूज नेशन ने खास बातचीत की. दीपक चौरसिया ने ओम बिरला से कोरोना, आतंकवाद और लोकसभा की कार्रवाई को लेकर बातचीत की. ओम बिरला ने तमाम मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि इस बार पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन गुजरात के केवडिया में होगा. उन्होने कहा कि संविधान दिवस पर हर वर्ष संसद के अंदर कार्यक्रम किया जाता है. यह वर्ष पीठासीन अधिकारियों का शताब्दी वर्ष है. इसलिए गुजरात के केवडिया में हो रहा है.संविधान दिवस पर केवड़िया में पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन का थीम समन्वय है.
कार्यपालिका, न्यायापालिका और विधायिका में संतुलन होना चाहिए
संविधान के तीनों स्तंभों के बारे में सवाल पर ओम बिरला ने कहा कि संविधान में तीनों स्तंभों का अलग-अलग अधिकार दिए गए हैं. कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका में समन्वय होना चाहिए. अपने-अपने संस्थाओं को किस तरह मजबूत कर सकते हैं. इसपर चर्चा होगी.
सभी दलों ने मेरा सहयोग किया
लोकसभा अध्यक्ष बने हुए डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त हो गया, अनुभव कैसा रहा. इस पर ओम बिरला ने बताया कि मुझे सदन में काम करते हुए एक साल से ज्यादा हो गए. मुझे सभी दलों ने सहयोग किया. मैंने सभी को अभिव्यक्ति का मौका दिया है.
हमने 180 करोड़ रुपए बचाए
सदन में कम खर्च के सवाल पर ओम बिरला ने कहा कि सरकारी धन का उपयोग ठीक हो, हम ट्रस्टी हैं, ट्रस्टी होने के नाते जिम्मेदारी बनती है कि पैसा सही तरीके से खर्च हो. सदन में लाखों करोड़ रुपए खर्च होता है, इसलिए सदन में चर्चा होनी चाहिए. अपने-अपने विचार धारा रखने की जरूरत होती है. सदन की कार्यवाही चलनी चाहिए. सभी दलों ने इसमें सहयोग किया. हमने कई जगहों पर कटौती की, जहां हो सकता है. जिसकी वजह से 180 करोड़ रुपए की बचत हुई.
पाकिस्तान को आंतरिक मामलों में दखल नहीं देंगे
पाकिस्तान के सवाल पर ओम बिरला ने कहा कि हमने कभी भी पाकिस्तान के आंतरिक मामलों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नहीं उठाया. लेकिन पाकिस्तान का हर प्रतिनिधिमंडल हर मंचों पर भारत के आंतरिक मुद्दों को उठाया है. हमने दूसरे देशों के साथ आतंकवाद को लेकर साझा कार्यक्रम बनाने की कोशिश की. पर्यावरण पर साझा कार्यक्रम बनाने की कोशिश. लेकिन पाकिस्तान ऐसा नहीं करता है. हमारा लोकतंत्र मजबूत है. किसी भी देश को हम आंतरिक मामलों में दखल नहीं देने देंगे.
आजादी के 75 साल पर नया संसद बनकर होगा तैयार
आजादी के 75 साल पर क्या होगा खास इस सवाल पर ओम बिरला ने कहा कि 2022 में जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे तो हमारा नया संसद बनकर तैयार होगा. संसद आधुनिक तरीके से बना होगा. इसके लिए पीएम मोदी को मैं साधुवाद देता हूं.
तीन कमेटी अलग-अलग मुद्दों पर कर रही काम
ओम बिरला ने बताया कि सदन की कार्यवाही में पहले हंगामा बहुत होता था. पूरा का पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ जाता था. सदन की कार्यवाही ठीक से चले, इसके लिए तीन कमेटी का गठन किया गया था. दल बदल कानून को लेकर एक कमेटी बनी है. दूसरी कमेटी विधानसभा की कार्रवाई लोग देख सके इसे लेकर कमेटी बनी है. तीसरी कमेटी सदन में हंगामा ना हो इसके लिए कमेटी बनी है. ये सभी कमेटी काम कर रही है.
दल बदल कानून पर अध्यक्ष के पास बहुत अधिकार है. इसमें बदलने की जरूरत है. इसके लिए कमेटी रिपोर्ट तैयार कर रही है. रिपोर्ट आने के बाद इसपर राज्य सरकारों से चर्चा की जाएगा.
कोरोना काल को चुनौती के रूप में लेना चाहिए
कोरोना पर ओम बिरला ने कहा कि इसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए. सरकार की गाइडलाइंस को फॉलो करना चाहिए. भारत आत्मनिर्भर हो इस दिशा में सामूहिक कार्यकरने की जरूरत है. भारत स्वस्थ्य रहे ऐसी हमारी कामना है.