logo-image

जम्मू-कश्मीर: आतंकी अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाए जाने के विरोध में प्रदर्शन

अलगाववादियों ने अफजल की फांसी के विरोध में और उसके अवशेषों को परिवार को सौंपे जाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शनों का आह्वान किया है।

Updated on: 09 Feb 2018, 11:29 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाए जाने की 5वीं बरसी पर अलगाववादियों द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शुक्रवार को श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिए हैं।

अफजल को नौ फरवरी, 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।

अलगाववादियों ने अफजल की फांसी के विरोध में और उसके अवशेषों को परिवार को सौंपे जाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शनों का आह्वान किया है। गौरतलब है कि अफजल को जेल परिसर में ही दफनाया गया था।

पुलिस के मुताबिक, पुराने श्रीनगर क्षेत्रों मैसूमा और उत्तरी एवं दक्षिणी कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाए गए। अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख नजरबंद हैं जबकि मुहम्मद यासीन मलिक सेंट्रल जेल में बंद हैं।

और पढ़ें: संसद हमले के दोषी अफजल के बेटे को 12वीं की परीक्षा में मिला डिस्टिंक्शन

सैयद सलाउद्दीन के नेतृत्व में युनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) ने इस प्रदर्शन का समर्थन किया है।अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिसबलों (सीआरपीएफ) की टुकड़ियों को प्रतिबंधित क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

सुरक्षा के मद्देनजर उत्तरी कश्मीर के बारामूला से जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

और पढ़ें: ISI को खुफिया जानकारी देने के आरोप में IAF ग्रुप कैप्टन गिरफ्तार