logo-image

बेंगलुरु सेंट्रल के डीसीपी चेतन सिंह राठौर ने प्रदर्शनकारियों के साथ गाया राष्ट्रगान, फिर हुआ ये, देखें Video

सेंट्रल बेंगलुरु के डीजीपी चेतन सिंह राठौर बिना ताकत के इस्तेमाल किए लोगों को शांतिपूर्वक हटने को मजबूर कर दिया. चेतन सिंह ने लोगों से कहा कि भीड़ में कुछ उपद्रवी तत्व भी मौजूद रहते हैं.

Updated on: 19 Dec 2019, 10:17 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन कानून की आंच कर्नाटक में भी पहुंच चुकी है. सूब के कई जगहों पर लोग इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बेंगलुरु में भी लोग नागरिकता कानून के खिलाफ हाथों में सरकार के खिलाफ तख्तियां लेकर सड़क पर उतरे. बेंगलुरु के टाउन हॉल में भारी संख्या में लोग इक्ट्ठा हुए. काफी अपील के बाद भी जब लोग वहां से नहीं हटे तो डीसीपी ने एक अनोखा रास्ता निकाला.

सेंट्रल बेंगलुरु के डीजीपी चेतन सिंह राठौर बिना ताकत के इस्तेमाल किए लोगों को शांतिपूर्वक हटने को मजबूर कर दिया. चेतन सिंह ने लोगों से कहा कि भीड़ में कुछ उपद्रवी तत्व भी मौजूद रहते हैं. आप और हम कुछ नहीं करते हैं वो हिंसा फैलाते हैं. लेकिन पीटते हम और आप दोनों हैं.

और पढ़ें:CAA के खिलाफ देशभर में हिंसक प्रदर्शन, लखनऊ में 1, मंगलोर में 2 प्रदर्शनकारियों की मौत

फिर चेतन सिंह राठौर ने लोगों के साथ राष्ट्रीय गान गाया. जैसे ही राष्ट्रीय गान खत्म हुआ लोग वहां से शांतिपूर्वक चले गए.

वहीं, मंगलोर में लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. मंगलोर में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद मंगलोर में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. मृतकों के नाम जलील (49) और नौसीन (23) है.

इसे भी पढ़ें:CAA Protest: मेरठ, अलीगढ़ के बाद गाजियाबाद में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद

इससे पहले पुलिस कमिश्नर ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने पर हमला किया और आग लगा दी. अंत में पुलिस को भी कार्रवाई करनी पड़ी. पहले हवा में गोली चलाई गई. इसके बावजूद प्रदर्शनकारी हमले करते रहे. मंगलोर के पांच पुलिस स्टेशन सीमा में धारा 144 लागू कर दिया गया है.