पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गुरुवार को नई दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली के राष्ट्रीय मुख्यालय में सुनील जाखड़ को भाजपा में शामिल किया।
भाजपा में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस के साथ 50 वर्षों का रिश्ता तोड़ना आसान नहीं था, 1972 से लेकर 2022 तक मेरी तीन पीढ़ियों ने कांग्रेस को अपना परिवार समझ कर काम किया। हर अच्छे-बुरे समय में पार्टी के साथ रहे । लेकिन कांग्रेस में मेरी राष्ट्रवादी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। मुझे पंजाब और देश के हित में बोलने के लिए नोटिस दिया गया।
जाखड़ ने कहा कि उन्हें इस बात के लिए कठघरे में खड़ा किया गया कि उन्होंने पंजाब को जाति और धर्म में नहीं बांटने की बात कही।
कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते हुए जाखड़ ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति या किसी निजी झगड़े की वजह से कांग्रेस नहीं छोड़ी बल्कि उनकी आवाज पर पाबंदी लगाने का प्रयास किया गया, बोलने के लिए नोटिस जारी किया गया। उन्होंने आगे कहा कि सुनील जाखड़ की आवाज को नहीं रोका जा सकता, गिरवी नहीं रखा जा सकता। राष्ट्रीयता को लेकर सुनील जाखड़ की आवाज उठती रहेगी।
जाखड़ ने अतीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि संवैधानिक रूप से भले ही यह संभव न हो लेकिन व्यवहारिक ²ष्टि से उन्होंने पंजाब को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया है। उन्होंने खुले दिल से स्वागत करने के लिए भाजपा आलाकमान का धन्यवाद करते हुए कहा कि सुनील जाखड़ ने कभी भी राजनीति को अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं किया। तोड़ने का नहीं बल्कि हमेशा जोड़ने का काम किया है और भाजपा में शामिल होने के बाद भी वो हमेशा पंजाब की भलाई और एकता के लिए कार्य करते रहेंगे।
सुनील जाखड़ का भाजपा में स्वागत करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने और पाकिस्तान के रवैये की वजह से पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का मजबूत होना जरूरी है और पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का पहला स्थान भाजपा ले रही है। नड्डा ने जाखड़ को ईमानदार छवि वाला राष्ट्रवादी नेता बताते हुए कहा कि वो हमारे साथ मिलकर पंजाब को एक नए मुकाम पर ले जाएंगे। उनके अनुभव का फायदा उठाकर भाजपा पार्टी और पंजाब को मजबूत बनाने के लिए कार्य करेगी।
आपको बता दें कि, राहुल गांधी से नाराज चल रहे सुनील जाखड़ ने शनिवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जाखड़ ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राजनीतिक परिस्थितियों और पंजाब के हालात पर चर्चा की। इस मुलाकात के एक दिन बाद गुरुवार को सुनील जाखड़ ने नई दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेताओं की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया।
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Source : IANS