अयोध्या में राम मंदिर के विरोध का झंडा बुलंद करने वाले मुलायम सिंह यादव के परिवार में एक बार फिर से विरोधाभास नजर आ रहा है. एक तरफ मुलायम सिंह यादव ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थीं, जिसमें सैकड़ों कारसेवक अपनी जान से हाथ धो बैठे थे, वहीं अब उनकी बहू और प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव राम मंदिर के पक्ष में बयान दे रही हैं. उनके बयान के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं.
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बाराबंकी के देवा शरीफ में गुरुवार को अपर्णा यादव ने राम मंदिर के निर्माण की खुलकर वकालत की. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना ही चाहिए. हालांकि उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट का बहुत सम्मान करती हैं. उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में बयान देकर वह बीजेपी के नजदीक जाने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा, मैं बीजेपी के नहीं, बल्कि राम के साथ हूं.’
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शिवपाल के अलग होने से पड़ेगा असर
अपर्णा यादव ने कहा, ‘ससुर शिवपाल सिंह यादव के समाजवादी पार्टी से अलग होने पर 2019 के लोकसभा चुनावों में जरूर असर पड़ेगा. अगर शिवपाल सिंह यादव की पार्टी से चुनाव लड़ने का मौका मिला तो जरूर लड़ूंगी. समाजवादी पार्टी 2017 का विधानसभा चुनाव आपसी कलह के चलते हारी थी और 2019 के चुनाव में भी इसका असर जरूर पड़ेगा.’
Source : ANI