भारत में कई दशकों से निर्वासन पर रह रहे तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने शनिवार को कहा कि इसका निर्धारण उनकी जनता ही करेगी कि दलाई लामा का पद आगे जारी रहे या नहीं।
तिब्बती धर्मगुरु ने छठे दलाई लामा सांगयांग ग्यात्सो के जन्म स्थल तवांग में पत्रकारों से कहा, 'मैंने इसका फैसला लोगों पर छोड़ दिया है कि दलाई लामा का पद बना रहे या नहीं। यह पूरी तरह तिब्बती लोगों की इच्छा पर निर्भर करता है।'
दलाई लामा शुक्रवार की शाम तवांग आए और शनिवार को अपनी धार्मिक चर्चा शुरू की।
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वह तवांग मठ में ठहरे हुए हैं, जो बौद्ध धर्म की महायान शाखा के गेलुग्पा स्कूल से संबद्ध है और ब्रिटिशों के समय से ही ल्हासा के ड्रेपुंग मठ से भी धार्मिक तौर पर संबद्ध रहा है।
यहां एक तिब्बती मठ के अधिकारी ने बताया कि तवांग प्रवास के दौरान मौजूदा दलाई लामा वरिष्ठ लामाओं के साथ बैठक कर नए लामा की नियुक्ति के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
बीजिंग इसी संबंध का हवाले देते हुए तवांग के चीन का हिस्सा होने का दावा करता रहा है।
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Source : News State Beureau